टीम को पानी में किसी तरह के गैस का रिसाव होते नहीं मिला
brijesh parmar
उज्जैन । शिप्रा नदी के त्रिवेणी स्टॉप डेम के पास पानी में हुए अग्नि विस्फोट की घटना को लेकर रविवार को दुसरी जांच एजेंसी यहां पहुंची। देहरादुन से ओएनजीसी की 2 सदस्यीय टीम में वरिष्ठ वैज्ञानिक अमित सक्सेना,,अजय लाल शामिल हैं।दोनों ने नदी में त्रिवेणी स्टाप डेम के पास से पानी व मिट्टी के सैंपल लिए हैं।पानी में गैस का कलेक्शन नहीं हो पाया है।
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उज्जैन में शिप्रा नदी के त्रिवेणी इलाके में फरवरी अंत और मार्च में पानी में हुए आकस्मिक विस्फोट की जांच करने के लिए देहरादून से ओएनजीसी ओएनजीसी की दो सदस्यीय टीम रविवार को उज्जैन पहुंची। टीम में महाप्रबंधक (केमेस्ट्री) अमित सक्सेना और वरिष्ठ भू-वैज्ञानिक अजय एन लाल शामिल हैं। टीम ने सात से आठ स्थानों से पानी और नदी के अंदर की मिट्टी के सैंपल लिए हैं। करीब एक पखवाड़े के अंदर टीम अपनी जांच रिपोर्ट कलेक्टर को सौंप देगी।
गैस निकलने की संभावना से किया इंकार
भू-वैज्ञानिक अजय लाल ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि जिला प्रशासन से मिली सूचना के आधार पर वे यहां आए हैं। अग्नि विस्फोट वाले नदी के 7-8 स्थानों से पानी और मिट्टी के सैंपल लिए गए हैं।अभी कुछ भी कह पाना आसान नहीं है। जांच के बाद ही कुछ भी कह पाना संभव होगा। उन्होंने बताया कि जो भी स्पाट देखे गए हैं वहां पानी में न तो बुलबुले ही निकल रहे हैं और न ही किसी तरह की गैस का रिसाव होते मिला है। इसलिए गैस का कलेक्शन नहीं हो पाया।इस जांच की अगले 15 दिनों में रिपोर्ट आएगी।
जीएसआई भी कर चुकी है जांच
नदी में हो रहे विस्फोट की जांच जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (GSI) भोपाल की टीम भी जांच कर चुकी है। कुछ दिनों पहले ही जीएसआई की टीम ने नदी से गाद और पानी के सैंपल लिए थे। उनकी जांच रिपोर्ट अभी सार्वजनिक नहीं हुई है।
ये है मामला
फरवरी के आखिरी और मार्च के पहले हफ्ते में शिप्रा नदी के त्रिवेणी घाट स्थित बने चेकडैम के आसपास विस्फोट और धुंआ निकलने की जानकारी सामने आने के बाद इसके विडियो भी सामने आए थे।पीएचई के कर्मचारियों ने इस घटना को देखा था और उसके विडियो बनाए थे।जानकारी जिला प्रशासन के समक्ष आने पर यहां स्थानीय एवं विक्रम विश्व विघालय के जियोलाजीकल विभाग के प्रोफेसरों ने जांच की थी।प्रशासन ने विस्तृत जांच के लिए जियोलाजीकल सर्वे आफ इंडिया और ओएनजीसी को मेल भेजकर इसकी जानकारी देकर जांच का आग्रह किया था।