संक्रमण काल में सराहनीय है, स्टेट बैंक की सेवाएं

संक्रमण काल में सराहनीय है, स्टेट बैंक की सेवाएं

संक्रमण काल में सराहनीय है, स्टेट बैंक की सेवाएं

एसबीआई रख रहा सोशल डिस्टेंसिंग व सेनीटाईजेशन का ख़ास ख्याल

सशल मीडिया पर भी ग्राहक खुलकर कर रहे है बैंक प्रबंधन की तारीफ

mandla-state-bank-is-giving-commendable-servise-to-their-customer-in-this-epidemic-period Syed Javed Ali मंडला - इस समय जबकि पूरा विश्व कोरोना महामारी से जूझ रहा है ऐसे दौर में विश्व का सबसे बड़ा बैंक अपनी सुरक्षित सेवाओं के कारण चर्चा में है। आदिवासी बाहुल्य मंडला जिले में संचालित इस बैंक की शाखाओं में सुरक्षा के साथ सेवा प्रदान करने की बैंक की कोशिश निश्चित रूप से सराहनीय है। बैंक प्रबंधन द्वारा शाखाओं को जिस तरह सेनीटाईज़ड किया गया है और ग्राहकों को सेवायें प्रदान की जा रही है वह काबिले तारीफ है। पूर्व की तुलना में इस विषम परिस्तिथि में बैंक कर्मचारियों का कार्य-व्यवहार भी और बेहतर हुआ है। यही कारण है कि मंडला जिले की शाखाओं में सोशल डिस्टेंस का पालन करना संभव हो पा रहा है। mandla-state-bank-is-giving-commendable-servise-to-their-customer-in-this-epidemic-period कोरोना महामारी के चलते जब पूरे विश्व की रफ़्तार थम गई है और लोग ग्लोबल लॉक डाउन के चलते अपने घरों में कैद होकर रह गए है, ऐसे में कोरोना वारियर्स अपनी व अपने परिवार की चिंता छोड़ समाज और देश की सेवा के लिए काम कर रहे है। इनमे डॉक्टर्स, पैरा मेडिकल स्टाफ, मेडिकल स्टोर्स, लेब टेक्निशियंस, सफाई कर्मचारी और पुलिस के साथ - साथ बैंकर्स भी शामिल है जो इस मुश्किल घडी में भी अपनी जिम्मेदारी का समुचित निर्वहन कर रहे है। आम तौर पर इन दिनों सोशल मीडिया के पन्ने डॉक्टर्स, पैरा मेडिकल स्टाफ, मेडिकल स्टोर्स, लेब टेक्निशियंस, सफाई कर्मचारी और पुलिस की तारीफों से भरे हुए है। बैंकर्स पर कम लोगों की ही निगाह जाती है लेकिन मंडला की सोशल मीडिया में इन दिनों व्यवसायी भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की तारीफ करते नहीं थक रहे है। वजह है बैंक द्वारा कोरोना महामारी से अपने स्टाफ व ग्राहकों के लिए की गई सुरक्षा की व्यवस्था। अधिवक्ता मनोज फगवानी ने बताया कि इन दिनों हर कोई संक्रमण के खतरे से बचने फूंक - फूंक कर कदम बढ़ा रहा है। अमूमन तो समय घर में ही बीत रहा है लेकिन जब अतिआवश्यक होने पर बैंक जाना पड़ता है तो लगता है कि कही कोई अनहोनी न हो जाये। लेकिन एसबीआई की प्रमुख शाखा में दाखिल होते हो सभी आशंकाए दूर हो जाती है और शायद यही वजह है कि बैंक के इस विषम परिस्तिथि में भी अर्थव्यवस्था की रफ़्तार को कायम रखा है। यहाँ गॉर्ड सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए गिनती के लोगों को ही अंदर प्रवेश देते है। प्रवेश करते ही ग्राहकों के हाथ सेनीटाईज़ड कराया जाता है। बैंक के अंदर भी सोशल डिस्टेंसिंग व सेनीटाईजेशन का ख़ास ख्याल रखे रहे है। ग्राहकों के बैठक व्यवस्था में भी सोशल डिस्टेंसिंग का ख़ास ख्याल रखा जा रहा है। स्टाफ अपना चेहरा मास्क या गमछा / स्टाल से ढंककर, दस्ताने पहनकर अपनी सेवा दे रहे है ताकि चेक, विथड्रॉल फॉर्म, पास बुक, नोटों आदि से भी संक्रमण न फैले। राइस मिल ओनर्स अनिल वीरानी, सुरेंद्र पमनानी, दिनेश पोपटानी ने भी अपनी फेसबुक वाल पर बैंक की खुलकर तारीफ करते हुए इसका श्रेय चीफ मैनेजर प्रदीप सुगन्धि को देते हुए उनका व समूचे एसबीआई परिवार के प्रति आभार ज्ञापित किया है। mandla-state-bank-is-giving-commendable-servise-to-their-customer-in-this-epidemic-period वरिष्ठ अधिमान्य पत्रकार शशिकांत मिश्रा लिखते है कि स्थानीय स्तर पर संवाद समन्वय के कारण ग्राहक और बैंक के संबंधों में सुधार आया है जो आने वाले समय में बैंक को और लोकप्रिय बनाने में मददगार बनेगा। संकट की इस घड़ी में जब आर्थिक आपातकाल की बातें भी सामने आ रही है स्टेट बैंक की बदली हुई कार्ययोजना ने इसकी प्रासंगिकता पर ही प्रश्न लगा कर आलोचकों को करारा जवाब दिया है। मंडला जिले की शाखाओं में सरकार की योजनाओं का क्रियान्वयन हितग्राहियों के लिए मददगार साबित होगा। किसानों के कल्याण के लिए बनाई गई योजनाओं का यदि और सरलीकरण हो जाये तो आने वाले समय में इस आदिवासी जिले से सूदखोरी की नींव भी हिल जायेगी। गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए भी बैंक इसी तरह कर अपने से जोड़ेगा तो इस वर्ग के लोगों का भी बैंक के प्रति और भरोसा बढ़ेगा। जो निश्चित रूप से एक नया सवेरा लाने में अपनी भूमिका अदा कर सकता है ।