मूल पद एआरडीआई, नौकरी 12 वर्ष, संपत्ति 3.5करोड़
वेतन के रूप में मिले 25 लाख आय से 1500 गुना अधिक संपत्ति की जानकारी सामने आई
brijesh parmar
उज्जैन। उज्जैन जिले की बड़नगर तहसील में प्रभारी नगर पालिका सीएमओ कुलदीप किंशूक के पैतृक घर माकडौन,उज्जैन एवं बडनगर के मकान पर लोकायुक्त पुलिस ने दबिश मारी है।उनका मूल पद सहायक राजस्व उप निरीक्षक है। 12 वर्ष की नौकरी में उन्हें वेतन के रूप में कुल 25 लाख की आय हुई है।इसके विपरित लोकायुक्त को उनके पास 3.5 करोड़ से अधिक की संपत्ति मिली है।
लोकायुक्त एसपी शैलेन्द्रसिंह चौहान के अनुसार आय से अधिक संपत्ति के मामले में लोकायुक्त की तीन टीमों ने मंगलवार सुबह एक साथ कार्रवाई को तीनों स्थानों पर अंजाम दिया।निरीक्षक राजेन्द्र वर्मा के नेतृत्व में प्रारंभिक कार्रवाई में ही लोकायुक्त को बड़ी मात्रा में नगद राशि और सोने चांदी के आभूषण के साथ 45 बैंक अकाउंट की जानकारी मिली।
बड़नगर नगर पालिका प्रभारी सीएमओ कुलदीप किंशूक का मूल पद सहायक राजस्व उप निरीक्षक है।वर्ष 2008 में वह माकडौन में पंचायत सचिव के पद पर कुल वेतन एक हजार 600 रूपए पर सेवा में आया था।वर्तमान में उन्हें 32 हजार वेतन मिल रहा है। लोकायुक्त की टीम ने बड़नगर स्थित शासकीय आवास के साथ ही उज्जैन के शिवांश पैराडाइज कॉलोनी तथा माकड़ोन स्थित घर पर एक साथ दबिश मारी। बड़नगर स्थित शासकीय आवास पर सुबह 5:30 बजे लोकायुक्त निरीक्षक संतोष जामरा और उनकी टीम सीएमओ कुलदीप के घर पहुंची और जांच शुरू की ।कार्रवाई के दौरान बड़नगर में लोकायुक्त को 45 बैंक खाते और 22 हजार रुपए नगद मिले हैं।
लोकायुक्त निरीक्षक राजेंद्र वर्मा के नेतृत्व में माकडौन स्थितपैतृक मकान पर कार्रवाई की गई। यहां पर सीएमओ के माता-पिता रहते हैं। लोकायुक्त को यहां से जांच के दौरान 500 ग्राम सोने के आभूषण 2.5 किलो चांदी के आभूषण और 3.5 लाख रुपए नगद मिले हैं। चार पहिया दो वाहन एसयूवी मिले हैं । दो वाहन दो पहिया भी मिले हैं। घर में करीब 13 लाख का विलासिता का सारा सामान मिला है।
21 बीघा जमीन ,उज्जैन में निर्माणाधीन होटल-
माकड़ोन में कार्रवाई के दौरान सामने आया कि सीएमओ की 21 बीघा जमीन है। इसमें 2.5 बीघा इसके एवं शेष 18.5 बीघा माता-पिता के नाम है।यहीं पर एक आलीशान तीन मंजिला और दो मंजिला अलग-अलग मकान हैं। इसके अलावा एक प्लॉट भी सामने आया है। उज्जैन के शिवांश पैराडाईज में एक डूप्लेक्स मकान,शास्त्री नगर एवं विवेकानंद कालोनी उज्जैन में दो आलीशान मकान निर्माणाधीन हैं।इसके साथ ही स्टेशन के सामने वार्ड नं.29 में एक निर्माणाधीन होटल है।
पंचायत सचिव से एआरडीआई
लोकायुक्त निरीक्षक राजेंद्र वर्मा ने बताया कि सीएमओ कुलदीप को नौकरी में आए 12 साल हो गए हैं। इस दौरान वह आलोट तराना माकड़ोन और बड़नगर में पदस्थ रहे हैं। वर्ष 2008 में वह माकडौन ग्राम पंचायत में सचिव के पद से सेवा में आए।2009 में माकड़ोन नगर पंचायत बनी तो कुलदीप नगर पंचायत में शामिल हो गया। यहां पर वह प्रभारी सीएमओ बना। इसके बाद से वह लगातार सीएमओ के पद पर पदस्थ रहे।
उसके बाद एआरडीआई के पद पर कैसे आए यह भी प्रश्नवाचक है। 12 साल की नौकरी में उन्हे 25 लाख के करीब वेतन मिला। इसके विरूद्ध उनके पास 3.5 करोड़ से अधिक की संपत्ति मिली है। इस मान से वेतन से 1500 गुना अधिक अनुपातहीन संपत्ति सामने आई है।