घर बसाने से ज्यादा मरीजों की सेवा करना समझा जरूरी: ज्योति चौरिया

घर बसाने से ज्यादा मरीजों की सेवा करना समझा जरूरी: ज्योति चौरिया
अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस पर विशेष...

घर बसाने से ज्यादा मरीजों की सेवा करना समझा जरूरी - ज्योति चौरिया

अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस पर कोरोना योद्धा की प्रेरक कहानी

it-is-considered-important-to-serve-more-patients-than-to-settle-at-home-jyoti-chouria Syed Javed Ali मण्डला - विवाह जीवन का एक महत्वपूर्ण संस्कार है। इस संस्कार को पूरा कर व्यक्ति गृहस्थ जीवन में प्रवेश करता है। प्रत्येक व्यक्ति अपना घर बसाकर अपने पारिवारिक एवं सामाजिक जीवन को आगे बढ़ाना चाहता है। किन्तु कोरोना महामारी के चलते अनेक शादियाँ या तो स्थगित हुई है या बड़े ही संक्षिप्त रूप में शासन के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए संपन्न हुई है। ज्योति चौरिया की कहानी कुछ अलग किन्तु प्रेरक है। ज्योति पेशे से नर्स हैं जो जिला चिकित्सालय में विगत वर्षों से अपनी सेवाऐं दे रही है। ज्योति की शादी इसी वर्ष 20 अप्रैल को होना तय हुआ था किन्तु कोरोना महामारी को देखते हुए ज्योति ने अपना घर बसाने से ज्यादा मरीजों की सेवा करना जरूरी समझा। निश्चित रूप से स्वास्थ्यकर्मी विशेषकर नर्सिंग स्टॉफ कोरोना महामारी में दिन-रात निःस्वार्थ भाव से मरीजों की सेवा कर रहे हैं। मरीजों के लिए इस विकट घड़ी में नर्से देवदूत से कम नहीं है। संक्रमित वार्ड में डर के बीच घंटो ड्यूटी करते हुए मरीजों की देखरेख करना वाकई प्रसंशनीय है। नर्सिंग स्टॉफ में अधिकांश महिलाऐं होने से उनकी जिम्मेदारी दोहरी हो जाती है। एक ओर जहां घर परिवार की देखभाल करना वहीं दूसरी ओर कोरोना महामारी के समय अपनी निर्धारित ड्यूटी से ज्यादा समय तक काम करना निःसंदेह चुनौतीपूर्ण है लेकिन मातृ शक्ति हमेशा हर चुनौती को हराकर आगे बढ़ी है। ज्योति भी अपनी निजी खुशियों को त्यागकर मानव सेवा और देश सेवा में अनवरत लगी है। ज्योति जिला चिकित्सालय में बनाए गए कोविड-19 वार्ड में अपनी सेवाऐं दे रही है और संक्रमित या संदिग्ध मरीजों का पूरा ख्याल रख रही है। ज्योति कहती है कि मेरी शादी के कार्ड प्रिंट भी हो चुके थे किन्तु अभी मरीजों को मेरी जरूरत है, शादी तो आने वाले दिनों में भी की जा सकती है इसलिए शादी की तारीख आगे बढ़ा दी गई है। प्रतिवर्ष 12 मई को मनाया जाने वाला अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस ज्योति चौरिया जैसी मानवता की निःस्वार्थ सेवा करने वाली महिलाओं को समर्पित है। नर्सिंग सेवा की शुरूआत करने वाली फ्लोरेंस नाईटेंगल के जन्मदिन पर इस दिन को पूरे विश्व में अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस के रूप में मनाया जाता है।