shyam jatavनीमच, मध्यप्रदेश के सबसे बड़े सोयाबीन तेल कारोबारी कैलाश धानुका की धानुका इंडस्ट्रीज के सभी ठिकानों और माहेश्वरी वेयर हाउस के मालिक प्रभुलाल झंवर के यहां आज सुबह पांच बजे आयकर विभाग की टीम ने सर्वे की कार्रवाई शुरू की. आयकर विभाग के इस सर्वे में 100 से ज्यादा अधिकारियों के शामिल होने की खबर है. इस छापे के बाद प्रदेश की सबसे बड़ी सोयाबीन मंडी नीमच में सोयाबीन के भाव 200 रुपये प्रति क्विंटल तक गिर गए. आयकर विभाग की टीम बाराती बनकर शहर में पहुंची, ताकि किसी को रेड की खबर न हो.
नीमच में मध्यप्रदेश के सबसे बड़े तेल कारोबारी कैलाश धानुका के करीब आधा दर्जन ठिकानों और धानुका इंडस्ट्रीज में काम करने वाले सभी कर्मचारियों के घर सुबह पांच बजे आयकर विभाग की टीम बाराती बनकर पहुंच गई. यहां पहुंचकर सभी ठिकानों में टीमों ने प्रवेश करने के बाद मुख्य द्वार पर तालाबंदी कर दी.
कैलाश धानुका मध्यप्रदेश के सबसे बड़े सोयाबीन तेल के उत्पादक है. वे नीमच मंडी में सोयाबीन के सबसे बड़े खरीददार भी है. जानकारी के अनुसार कैलाश धानुका पर आरोप है कि वे अपने रसूख के कारण नीमच मंडी से सोयाबीन की लेवाली दो नंबर से करते हैं. कुछ समय पहले सेल्स टेक्स विभाग की रेड भी उनके ठिकानों पर हुई थी, जो करीब चार दिन तक चली थी. इस रेड में बड़े पैमाने पर नंबर दो का कारोबार पाया गया था.
आपको बता दें की नीमच तेल के बेनामी कारोबार का बड़ा हब है. यहां से राजस्थान की सीमा लगती है. मध्यप्रदेश के तेल कारोबारी तेल बनाकर राजस्थान की सीमा में भेज देते हैं. वहीं इनकी बिलिंग करके अन्य राज्यों में भेजा जाता है. एमपी की सीमा से पूरी तरह दो नंबर में सोयाबीन का तेल निकलता है. जानकारी के अनुसार राजस्थान में जो बिल बनता है वह डिलेवरी के बाद फाड़ दिया जाता है.
जानकार सुत्रों से मिली खबर के अनुसार धानुका इंडस्ट्रीज के कई बेनामी बैंक अकाउंड है, जिनकी जांच भी आयकर विभाग की टीमें करेगी, वहीं कैलाश धानुका रियल एस्टेट का भी काम करते हैं, जिसकी जांच भी आयकर विभाग करेगा. इसके अलावा नीमच के वेयर हाउस मालिक और रियल एस्टेट के कारोबारी प्रभुलाल झंवर के सभी ठिकानों पर भी आयकर का सर्वे चल रहा है.