कहीं अहमद पटेल के लिए खतरा न बन जाए हार्दिक का बढ़ता कद !

कहीं अहमद पटेल के लिए खतरा न बन जाए हार्दिक का बढ़ता कद !
अहमदाबाद, हार्दिक पटेल को गुजरात कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष बनाकर कांग्रेस ने बड़ी चाल चली है। इस नियुक्ति से यह भी संदेश मिली है कि कांग्रेस अध्यक्ष के पूर्व राजनीतिक अडवाइजर अहमद पटेल की गुजरात की राजनीति में पकड़ भी कम हो गई है। 26 साल के नेता हार्दिक पटेल को अचानक इतनी बड़ी जिम्मेदारी मिलने के पीछे पाटीदार आरक्षण आंदोलन भी माना जा रहा है। वह डायमंड उद्योग के प्रवासियों का भारी वोट पाने में सफल रहे हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने साफ किया है कि हार्दिक को जिम्मेदारी देने के पीछे राहुल गांधी का फैसला रहा है। 'गुजरात में कांग्रेस को फिर से खड़ा करेंगे' हार्दिक पटेल ने कहा, 'मैंने सभी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से बात की। कुछ ने मुझे खुद बुलाया और हर कोई मेरे गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष बनने से खुश है। हर किसी का मुझे समर्थन है। आखिरकार हम सब चाहते हैं कि गुजरात में एक बार फिर से कांग्रेस की सरकार बने।' 'कद था पर पद नहीं' दिल्ली के एक बड़े कांग्रेसी नेता ने कहा, 'हार्दिक पटेल को अध्यक्ष बनाए जाने का फैसला बहुत ही सधा हुआ है। वह बहुत ही सक्रिय नेता हैं और जमीने स्तर पर कांग्रेस को खड़ा करने में सहायक होंगे। उनका प्रदेश कांग्रेस में एक अच्छा कद था लेकिन उन्हें प्रदेश का सबसे बड़ा पद अब दिया गया है। इससे कांग्रेस को फायदा होगा।' 'अल्पेश ठाकोर की जगह भरी' हार्दिक पटेल ने लगातार कांग्रेस के अध्यक्ष सोनिया गांधी से मीटिंग्स कीं। उन्होंने गुजरात में जमीनी स्तर पर कांग्रेस के लिए काम करने की इच्छा भी जाहिर की थी। सूत्रों की मानें तो पार्टी हार्दिक को राष्ट्रीय स्तर पर पद देना चाहती थी लेकिन उन्होंने इससे इनकार कर दिया और कहा कि अभी वह राज्य स्तर पर ही काम करना चाहते हैं। सूत्रों ने बताया कि हार्दिक पटेल ने कांग्रेस में अल्पेश ठकोर की कमी को पूरा किया है।