सरकार जेलों और पुलिस बैरक में कराएगी एंटीजन टेस्ट

सरकार जेलों और पुलिस बैरक में कराएगी एंटीजन टेस्ट
भोपाल, प्रदेश की जेलों में लगातार मिल रहे कोरोना के संक्रमित मरीजों को देखते हुए सरकार जेलों और पुलिस बैरक में एंटीजन टेस्ट कराने जा रही है। स्वास्थ्य आयुक्त की ओर से सभी सीएमएचओ को भेजे गए पत्र में यह निर्देश दिए गए हैं कि फीवर क्लीनिक पर एंटीजन टेस्ट किट से संदिग्ध मरीजों की तुरंत जांच की जाए। जो लोग विदेशों और दूसरे राज्यों से आ रहे हैं उनकी स्क्रीनिंग के दौरान संदिग्ध लक्षण वाले मरीजों की मौके पर ही रैपिड एंटीजन किट से जांच की जाए ताकि यह पता चल सके कि वह पॉजिटिव है या नहीं। हेल्थ कमिश्नर ने आदेश दिया है कि जिला स्तर पर रैपिड एंटीजन टेस्ट के लिए किट की खरीदी ना की जाए। राज्य स्तर से किट खरीदकर सभी जिलों को मुहैया कराई जा रही है। फिलहाल भोपाल में 1000 टेस्ट किट से जांच शुरू की गई है। मुरैना में भी 2000 के मुहैया कराई गई हैं। क्वॉरेंटाइन सेंटर में भर्ती होने वाले संदिग्धों की एडमिशन के पांचवें से सातवें दिन के बीच एंटीजन टेस्ट कराए जाएंगे। यदि रिपोर्ट निगेटिव आती है तो उन्हें डिस्चार्ज किया जाएगा। हालांकि रैपिड एंटीजन किट की जांच में पॉजिटिव रिजल्ट को ही कंफर्म पॉजिटिव माना जाएगा। इसके बाद जिन मरीजों में लक्षण आएंगे उनकी दोबारा रियल टाइम पीसीआर से जांच कराई जाएगी। आरटीपीसीआर में निगेटिव रिजल्ट को ही कंफर्म निगेटिव माना जाएगा। रैपिड एंटीजन टेस्ट किट से से की गई जांच होगी डाटा एंट्री आईसीएमआर के पोर्टल में की जाएगी।