आईपीएल में पहली बार प्ले ऑफ में नहीं पहुंच पाने का खतरा, अब क्या करेगी चेन्नई सुपर किंग्स

आईपीएल में पहली बार प्ले ऑफ में नहीं पहुंच पाने का खतरा, अब क्या करेगी चेन्नई सुपर किंग्स
अबु धाबी, चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने मौजूदा इंडियन प्रीमियर लीग में 7वीं हार के बाद कहा कि उनकी टीम को परिणाम नहीं, बल्कि प्रक्रिया पर गौर करने की जरूरत है और इसके लिए उसे आगे के मैचों में ठोस कदम उठाने होंगे. सोमवार रात अबु धाबी में चेन्नई की टीम राजस्थान रॉयल्स (RR) के खिलाफ 5 विकेट पर 125 रन ही बना पाई और 7 विकेट से मैच हार गई. उस पर आईपीएल में पहली बार प्ले ऑफ में नहीं पहुंच पाने का खतरा मंडरा रहा है. क्या है चेन्नई सुपर किंग्स की संभावना? चेन्नई की टीम अब तक आईपीएल में जब भी खेली है, प्ले ऑफ तक जरूर पहुंची. वह तीन बार की विजेता और पांच बार की उपविजेता है, लेकिन इस बार उसके 10 मैचों में केवल 6 अंक हैं और अगले चार मैचों में जीत पर भी उसकी प्ले ऑफ में पहुंचने की संभावना अगर-मगर पर टिकी रहेगी. धोनी ने मैच के बाद कहा, ‘परिणाम हमेशा आपके अनुकूल नहीं होता है. हमें देखना होगा कि क्या प्रक्रिया गलत थी. परिणाम इस प्रक्रिया का नतीजा होता है. यही सच्चाई है कि अगर आप प्रक्रिया पर ध्यान केंद्रित रखते हो तो परिणाम को लेकर बेवजह का दबाव टीम पर नहीं पड़ता है. हम इससे निबटने का प्रयास कर रहे हैं.’ धोनी ने पहले 9 ओवरों में ही दीपक चाहर (18 रन देकर दो) और जोश हेजलवुड (19 रन देकर एक) का कोटा पूरा करवा दिया था. उन्होंने कहा कि पहली पारी की तरह स्पिनरों को दूसरी पारी में अधिक मदद नहीं मिल रही थी. धोनी ने कहा, ‘तेज गेंदबाजों को थोड़ी मदद मिल रही थी. इसलिए मैंने यह देखने के लिए कि गेंद कितना रुककर बल्ले पर आ रही बीच में एक ओवर (रवींद्र) जडेजा को दिया. यह पहली पारी की तरह नहीं था इसलिए मैंने तेज गेंदबाजों से अधिक ओवर करवए. मुझे नहीं लगता कि स्पिनरों को बहुत मदद मिल रही थी.’ धोनी ने लगातार हार के बावजूद टीम में बहुत अधिक बदलाव नहीं करने के बारे में कहा, ‘आप बहुत अधिक बदलाव नहीं चाहते क्योंकि तीन-चार-पांच मैचों में आप किसी चीज को लेकर सुनिश्चित नहीं होते है. मैं टीम में असुरक्षा का भाव नहीं चाहता हूं.'