amjad khan
शाजापुर। भारी वर्षा से खराब हुई सोयाबीन की फसल को लेकर कलेक्ट्रेट कार्यलय में भारतीय किसान संघ के बैनरतले किसान एक बार फिर मुआवजे की मांग को लेकर धरने पर जा बैठे। सोमवार को किसान संघ पदाधिकारियों के साथ दर्जनों गांव के किसान कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और धरना प्रदर्शन कर नारेबाजी की। इसके बाद मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया।
सौंपे गए ज्ञापन में बताया कि 22 अगस्त को हुई अम्लीय वर्षा से शाजापुर के 170 गंावों में सोयाबीन, टमाटर, मिर्ची, मूंग, उड़द की फसल पीला मोजेक रोग की चपेट में आकर मरझाने एवं सूखने लगी हैं। फसलों में वर्तमान में 80 प्रतिशत से अधिक नुकसान हो चुका और यह नुकसान 100 प्रतिशत तक पहुंचने की संभावना है। इसलिए समस्त फसलों का सर्वे कर 100 प्रतिशत नुकसान माना जाए और आर्थिक सहायता के रूप में किसानों को 48000 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर के मान से मुआवजा राशि जल्द से जल्द दी जाए, खरीफ वर्ष 2020 में बैंकों द्वारा फसलों का बीमा करवाया है, जिसके तहत फसल की बीमा राशि 3 माह के अन्दर किसानों को दिलाई जाए, अवरड्यू किसानों का बीमा नही किया जा रहा है, उन किसानों का बीमा बैंक स्वत: करे ताकि किसानों को लाभ मिल सके, 2019 में हुए नुकसान की मुआवजा राशि किसानों के खातों में 25 प्रतिशत डाली गई है, बाकि 75 प्रतिशत राशि शीघ्र ही खातों में जमा कराए जाए जिससे किसानों को अगली बुआई में राहत मिले, वर्तमान में फसलों में हुए नुकसान का सर्वे दल द्वारा प्रतिशत नही दर्शाया जा रहा है जिसे दर्शाने का आदेश दिया जाए। प्रदर्शन के दौरान तहसील अध्यक्ष मुकेश पाटीदार सहित किसान मौजूद थे।