हरी इलायची की चाय का स्वाद हम सभी जानते हैं। क्योंकि हमारे यहां हरी इलायची के बिना बनी चाय...अधूरी लगती है और इसे कोई पीना भी नहीं चाहता। दरअसल, हरी इलायची दो तरह से हमारे शरीर को फायदा पहुंचाती है। पहला काम हमारी इम्युनिटी को बूस्ट करती है और शरीर में पनप रही बीमारियों को ठीक करने की रफ्तार बढ़ाती है। वहीं, जीरा शरीर को कई तरह के पोषक तत्व देता है। इनमें फाइबर, प्रोटीन और ऐंटिऑक्सीडेंट्स मुख्य रूप से शामिल हैं। आइए, जानते हैं कि जीरे और हरी इलायची की सहायता से कैसे चाय तैयार की जाए और इसके क्या लाभ होते हैं...
-हरी इलायची का सेवन हानिकारक बैक्टीरिया को हमारे शरीर पर हावी नहीं होने देता है। साथ ही हरी इलायची पेट में गैस बनने की समस्या को भी दूर करती है और पाचन तंत्र को बेहतर बनाती है।
-जीरा हमारे शरीर के लिए एक औषधि की तरह काम करता है। जीरे में प्रोटीन, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट हमारे शरीर को देता है। इतना ही नहीं यह हमारे शरीर में गैर जरूरी बसा को संचित होने से भी रोकता है, जिससे हमें फिट और हेल्दी बने रहने में मदद मिलती है। जीरा ऐंटिऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज से भरपूर होता है। यह शरीर में पहुंचनेवाले हानिकारक बैक्टीरिया और वायरस को खत्म करने में सहायक होता है।
-जीरे में फाइबर करीब 11 प्रतिशत होता है, इस कारण जीरे का पानी या जीरे की चाय पीने से पेट काफी समय तक भरा-भरा रहता है।
- एक और बात जो जीरे और हरी इलायची की चाय को एक अच्छी बॉडी डिटॉक्स ड्रिंक बनाती है वह यह है कि इन दोनों ही नैचुरल हर्ब्स में शरीर के विषैले तत्वों को बाहर निकालने का काम करती हैं और पाचन तंत्र को बेहतर बनती हैं। हरी इलायची उन लोगों के लिए खासतौर पर आरामदायक होती है, जिन्हें लगातार पेट में गैस बनने की समस्या रहती है। या जिन्हें एसिडिटी यानी पेट में जलन की दिक्कत होती है।
-एक छोटा चम्मच जीरा लें। आप चाहें तो जीरा पाउडर का उपयोग भी कर सकते हैं।
-अब हरी इलायची के 2 पीस लेकर उन्हें कूट लें।
- अपने कॉफी मग से एक मग पानी किसी बर्तन में लेकर धीमी आंच पर गर्म होने के लिए रखें और दोनों हर्ब्स डाल दें।
- ध्यान रखें कि इसे धीमी या मध्यम आंच पर ही पकाएं। जब पानी अच्छी तरह खौल जाए तो गैस बंद कर दें और पानी को हल्का-सा ठंडा होने दें।
- अब इस तैयार चाय को अपने कप में छान लें और इसमें कुछ बूंद नींबू का रस और एक चम्मच शहद मिलाएं।
-अब इसे घूंट-घूंट करके सेवन करें। यह आपके श्वसनतंत्र की सफाई और फेफड़ों की सिकाई का काम करेगी।