कोरोना अधिकारी शाक्य को खांसी, जुकाम और बुखार की शिकायत, खुद को किया होम क्वारैंटाईन

कोरोना अधिकारी शाक्य को खांसी, जुकाम और बुखार की शिकायत, खुद को किया होम क्वारैंटाईन

दीपक शर्मा के सम्पर्क में आए थे लालजू शाक्य

की घोषणा- अगर मुझे कुछ हुआ तो मेरी सम्पत्ति और शरीर पर सरकार का अधिकार

लोगों से अपील घर से न निकलें, खुद सुरक्षित रहे दूसरों को रखे सुरक्षित

khemraj mourya शिवपुरी। शिवपुरी जिले में कोरोना के दो मरीजों की पुष्टि होने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग नहीं चेता। जिसका परिणाम अब स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को भुगतना पड़ रहा है। स्वास्थ्य विभाग में पदस्थ जिला सर्विलेंस अधिकारी लालजू शाक्य को खांसी, जुकाम और बुखार सहित हाथ पैरों में दर्द की शिकायत हो गई है। जिन्होंने अपने आप को घर में ही होम क्वारैंटाईन में रख लिया है। श्री शाक्य पीएस होटल के पीछे रहने वाले दीपक शर्मा के सम्पर्क में आए थे। जिनका हाल ही में जारी एक लिस्ट में नाम भी था। इनके साथ-साथ डॉ. डीके सिरौठिया, कोरोना अधिकारी डॉ. राजपूत, डॉ. रत्नेश जैन सहित अनेकों लोगों के नाम थे। जिनके सम्पर्क में दीपक आया था। इसके बाद से ही सोशल साईट्स पर इन लोगों से न मिलने की अपील की गई थी और उनमें से एक लालजू शाक्य बीमार हो गए हैं। हालांकि अभी तक उनकी कोई जांच नहीं हुई है। जिला सर्विलेंस अधिकारी लालजू शाक्य ने मोबाइल पर जानकारी देते हुए बताया कि क्वारैंटाईन के दौरान वह अपने परिवार के किसी भी सदस्य से नहीं मिल रहे हैं और न ही उनसे बात चीत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिवपुरी में जांच की व्यवस्था न होने के कारण वह जांच नहीं करा सकें। सिर्फ मेडीसिन लेकर अपना इलाज कर रहे हैं। वह दो दिन पहले ही अस्पताल में गए थे। तभी से उन्हें यह शिकायत हुई है। उनका कहना है कि कहीं अगर मुझे कोरोना हो जाए और कोई अनहोनी घट जाए तो मेरी सारी सम्पत्ति और शरीर पर सरकार का अधिकार रहेगा। उन्होंने अपील की कि लोग घर से न निकलकर सरकार का सहयोग करें। क्योंकि यह बीमारी अत्यंत ही खतरनाक है और छूने से फैलती है। इसलिए घर से न निकलकर लोग अपने आप को सुरक्षित रख सकते हैं और दूसरों को भी। लालजू शाक्य जिला सर्विलेंस अधिकारी हैं, जो जिलेभर में कोरोना से संबंधित रिर्पोटिंग अपने वरिष्ठों को करते हैं। लेकिन रिर्पोटिंग करते-करते वह स्वयं बीमार हो गए हैं। उन्हें दो दिन से सर्दी, जुकाम, खांसी और बुखार सहित हाथ पैरों में दर्द होने की शिकायत है। उन्होंने डॉक्टर से उपचार भी लिया। जिन्हें डॉक्टर ने दवा दे दी है। लेकिन उनका बुखार और खांसी, जुकाम ठीक नहीं हो रहा। इसलिए उन्होंने अपने आप को घर में ही होम क्वारैंटाईन कर लिया है। उनकी एक वीडियों सोशल साईट्स पर भी खूब वायरल हो रही है। जिसमें वह अपनी सम्पत्ति और शरीर सरकार को दान करनी की बात कह रहे हैं और लोगों से घरों में रहने की अपील कर रहे हैं। दीपक के सम्पर्क में आने वाले 42 लोगों की लिस्ट हुई जारी कोरोना वायरस से संक्रमित होने वाले दीपक शर्मा के सम्पर्क में आने वाले उन 42 लोगों की स्वास्थ्य विभाग ने एक लिस्ट जारी की है। जिसमें शहर के जाने माने डॉक्टरों सहित कोरोना अधिकारी और जिला सर्विलेंस अधिकारी के नाम भी शामिल हैं। यह सभी लोग किसी न किसी कारण से दीपक के सम्पर्क में रहे हंैं। उन लोगों के नाम इस प्रकार हैं- डॉ. लालजू शाक्य, डॉ. डीके सिरौठिया, कम्पांउडर बबलू शाक्य, जिला चिकित्सालय के डॉ. राजपूत, रावत मेडीकल स्टोर के वीरेंद्र सिंह, काम वाली बाई सुखमती बाई, दीपक की बहन मनीषा, मां विद्या देवी, बहन प्रति शर्मा (दीपक के परिवार के तीनों सदस्यों की रिपोर्ट निगेटिव आई है), डॉ. रत्नेश जैन, डॉ. डीके सिरौठिया की पत्नी रेनू सिरौठिया, पुत्र अभिनव और उनके गुरूजी रघुवीर सिंह, पुत्री खुशबू शुक्ला, स्वामी शिवानंद, बबलू शाक्य, काम वाली बाई सुखमती बाई की बेटी पूजा, पुत्र कार्तिक, अंशु, देवर राज, किराएदार सुमन, प्रियांशी, अंकित, दरोगा, उनके पास में रहने वाले पिपलौदा वाले नेता जी, मीनू पार्लर वाली, आनंद शर्मा, डॉ. डीके सिरौठिया के क्लीनिक पर कार्यरत कम्पांउडर बबलू शाक्य की पत्नी राजकुमारी शाक्य, 10 वर्षीय पुत्री मीरा, 7 वर्षीय पुत्र दिवाकर, रावत किराना स्टोर के वीरेंद्र रावत की पत्नी ममता रावत, पिता एलएस रावत, मां सरूपी रावत, डॉ. राजू राव, दीपक की बहन मनीषा के पति प्रताप शिंडे, उसका 11 वर्षीय बेटा, डॉ. रत्नेश जैन की पत्नी इंद्रा जैन, पुत्र दिव्यम जैन शामिल हैं। सोशल साईट्स पर इन नामों की लिस्ट वायरल हो रही है। जिसमें लिखा गया है कि शहर के लोग इन लोगों के सम्पर्क में आने से बचें।