भोपाल। मध्य प्रदेश के बड़ा मलहरा से कांग्रेस विधायक प्रद्युम्न सिंह लोधी ने रविवार को भाजपा का दामन थाम लिया। विधानसभा में प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने विधायक लोधी का इस्तीफा स्वीकर कर लिया। सीएम शिवराज सिंह चौहान के सामने उन्होंने भाजपा की सदस्यता ले ली, इस दौरान उनके साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा भी मौजूद थे। विधायक पद से इस्तीफा देने के बाद लोधी ने कहा कि मैं बुंदेलखंड के विकास के लिए भाजपा में आया हूं। भाजपा ने क्षेत्र के विकास का जो रोडमैप तैयार किया है उससे बुंदेलखंडवासियों को कई सुविधाएं मिलेंगी। भाजपा कार्यालय में उन्हें औपचारिक रूप से सभी के सामने सदस्यता दिलाई गई।
उपचुनाव से पहले कांग्रेस के लिए यह एक बड़ा झटका माना जा रहा है। इसके पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक विधायकों ने इस्तीफा देकर कांग्रेस की सरकार गिरा दी थी। यह बात सामने आ रही है कि पिछले कुछ दिनों से प्रद्युम्न सिंह लोधी उमा भारती और अन्य भाजपा नेताओं के संपर्क में थे। पिछले दिनों वे सीएम शिवराज सिंह चौहान से भी मिलने पहुंचे थे। गौरतलब है कि बड़ा मलहरा से कभी उमा भारती विधायक बनकर मध्य प्रदेश की सीएम बनीं थीं। टीकमगढ़ के इलाके में उमा भारती का वर्चस्व माना जाता है। लोधी भी उनके ही समाज से आते हैं, ऐसे में वे अपने इलाके के कांग्रेस विधायक को भाजपा में ले आईं।
कांग्रेस ने सक्षम बनाया, हमेशा कांग्रेस में ही रहेंगे: दमोह विधायक राहुल
दमोह विधानसभा से कांग्रेस विधायक राहुल सिंह ने अपने चचेरे भाई बड़ा मलहरा विधायक प्रद्युम्न सिंह लोधी के भाजपा में शामिल होने के बाद अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने ही उन्हें राजनीतिक रूप से सक्षम बनाया है और इसलिए वह हमेशा कांग्रेस के साथ ही रहेंगे। उन्होंने कहा कि परिस्थितियां कैसी भी आ जाएं वह कांग्रेस का साथ नहीं छोड़ेंगे। प्रद्युम्न सिंह के भाजपा में जाने पर उन्होंने कहा कि उन्हें पहले भी एक दो बार आभास हुआ था कि प्रदुम सिंह भाजपा में जा सकते हैं लेकिन जब भी उनके बीच बातचीत हुई तो प्रद्युम्न सिंह ने हमेशा कांग्रेस का साथ देने की बात कही थी। विधायक राहुल सिंह ने भाजपा पर विधायकों को खरीदने का भी आरोप लगाया है। बता दें कि पहले भी राहुल सिंह इस तरह के आरोप लगा चुके हैं और यह भी कह चुके हैं कि उन्हें भी खरीदने के लिए कई बार ऑफर आए हैं।
बदला समीकरण अब 25 सीटों पर होंगे उपचुनाव
मध्य प्रदेश में पहले 24 सीटों पर उपचुनाव होना थे, लेकिन अब लोधी के विधायक पद से इस्तीफा देने के बाद प्रदेश में 25 सीटों पर उपचुनाव होंगे। लोधी का परिवार शुरुआत से ही संघ से जुड़ा रहा है। पिछले चुनाव में वे भाजपा से अलग हो गए थे और अब वापस भाजपा में लौट आए।