पुरानी छावनी के जलालपुर में पुलिस पर किया जनलेवा हमला
पुलिस फोर्स के आते ही बदमाशों ने खेतों में दौड़ाई गाडिय़ां
पांच ट्रैक्टर-ट्रॉली पकड़ी, छह गिरफ्तार, कट्टे, कारतूस जब्त
ग्वालियर। प्रदेश सरकार माफिया को कुचलने के दावे कर रही है, लेकिन ग्वालियर-चंबल में रेत चोरों ने लगातार दूसरे दिन पुलिस पर जानलेवा हमला किया है। दतिया के बाद अब शुक्रवार सुबह जलालपुर में चंबल से रेत ला रहे माफिया ने पेट्रोलिंग कर रहे टीआई पर हमला बोल दिया।
माफिया ने पुलिस टीम पर फायरिंग भी शुरू कर दी। इस दौरान टीआई (पुरानी छावनी) सुधीर सिंह उनके बीच में घिर गए। उन्होंने टीआई को पीटा और ट्रैक्टर से कुचलने का प्रयास किया। टीआई ने नाले में कूदकर बड़ी मुश्किल से अपनी जान बचाई। इसके बाद पुलिस ने भी जवाब में फायरिंग की।
आसपास के थानों और लाइन से फोर्स को मौके पर भेजा गया। पुलिस ने घेराबंदी की तो रेत चोर गाडिय़ों को खेतों के रास्ते दौड़ाकर भागे। लेकिन पुलिस ने रेत से भरी 5 ट्रैक्टर-ट्रॉली पकड़ लिए हैं। माफिया के 6 गुर्गे, दो कट्टे व काफी मात्रा में कारतूस भी पकड़े गए हैं। एक दिन पहले दतिया में पुलिस जवान को रेत माफिया द्वारा गोली मारने की घटना के बाद पुलिस कप्तान अमित सांघी ने शहर के हाईवे पर रेत माफिया के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
बंद कर दिया था रास्ता
टीआई सुधीर सिंह कुशवाह शुक्रवार सुबह जलालपुर स्थित रेलवे पुल के पास फोर्स लेकर घेराबंदी के लिए पहुंचे। पुलिस को इनपुट मिला था कि यहां से रेत से भरे दर्जनों ट्रैक्टर-ट्रॉली निकलते हैं। रेत माफिया को घेरने के लिए दोनों रास्तों पर डंपर आड़े खड़े कर रास्ता बंद कर दिया गया। इसी समय वहां से रेत से भरे ट्रैक्टर-ट्रॉली निकले।
उन्होंने डंपर को टक्कर मारी। जब रेत माफिया ने खुद को घिरा पाया तो लौटने का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हो सके। इस पर रेत की गाडिय़ों के आगे चल रहे बाइक सवारों ने पुलिस पार्टी पर हमला कर दिया। पुलिस पर पथराव करते हुए फायरिंग भी शुरू कर दी।
टीआई को घेर कर पीटा
रेत माफिया के हमले से पुलिस में खलबली मच गई। इस दौरान टीआई माफिया के बीच में घिर गए। बदमाशों ने उनसे मारपीट भी की। इतना ही नहीं रेत माफिया ने टीआई को ट्रैक्टर से कुचलने का प्रयास किया, लेकिन टीआई ने नाले में कूदकर अपनी जान बचाई। साथी पुलिस कर्मियों ने तत्काल टीआई को बचाया और गोला का मंदिर बिड़ला अस्पताल पहुंचाया।
पुलिस ने चलाई गोलियां
रेत माफिया के हमले का जवाब पुलिस ने भी गोलियां चलाकर दिया है। पुलिस ने जवाबी फायरिंग व पथराव किया। फोर्स बढ़ते ही रेत माफिया में खलबली मच गई। कुछ गाडिय़ां छोड़कर तो कुछ गाडिय़ों को खेतों में दौड़ाते हुए भागे। पुलिस ने रेत माफिया को सड़क पर दौड़ा-दौड़ा कर पीटा और पकड़ा।
इनका कहना है
पुलिस ने चंबल से रेत लेकर आने वालों पर कार्रवाई की है। कार्रवाई के दौरान रेत का अवैध परिवहन कर रहे लोगों ने पुलिस पर हमला किया है। कुछ लोग पकड़े गए हैं। उनसे पूछताछ की जा रही है। रेत माफिया के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी।
अमित सांघी, एसपी, ग्वालियर
देवास फॉरेस्ट गार्ड की गोली मारकर हत्या
इधर, देवास जिले के पुंजापुरा रेंज के रतनपुर जंगल में बीट गार्ड की शिकारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। इससे पहले 52 साल के बीट गार्ड मदनलाल वर्मा ने जब शिकारियों को जंगल में देखा तो उनका बाइक से पीछा किया। वह चलती बाइक से ही उनका वीडियो बनाने लगे और उन्हें सरेंडर करने के लिए कहा। जवाब में एक शिकारी ने बंदूक निकाल ली और लहराने लगा। बीट गार्ड ने कहा कि चलाओ गोली...!
यह कहते ही उसने फायर कर दिया। छाती के दाईं ओर छर्रे लगने से बीट गार्ड बाइक समेत गिर पड़े। वह वहीं कराहने लगे। इस बीच शिकारी अपनी बाइक से भाग निकले। गोली लगने से तड़पते-तड़पते गार्ड ने वहीं दम तोड़ दिया। जब वह शाम तक रेंज ऑफिस नहीं लौटे तो उनकी तलाशी शुरू हुई। उनका शव मिला तब वारदात का खुलासा हुआ। मर्डर की यह पूरी वारदात उनके मोबाइल के कैमरे में कैद हुई है। वहीं शुक्रवार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया है।