सोना चांदी के दो कुंटल आभूषण सहित आरोपी पकडाए

सोना चांदी के दो कुंटल आभूषण सहित आरोपी पकडाए

पुलिस को मिली बडी कामयाबी

noman khan झाबुआ। भगोरिया पर्व के चलते जिले में पुलिस विभाग की व्यस्तता का लाभ उठाते हुए बिना बिलों के एक करोड से अधिक कीमत की चांदी की ज्वैलरी एवं सोनें के आभूशणों का एक बडा जखीरा झाबुआ यातायात पुलिस ने पुलिस अधीक्षक विनित जैन के निर्देशानुसार यातायात पुलिस की प्रभारी श्रीमती कोमल मीणा ने अपनी टीम के सदस्यों अजीतसिंह एवं सवेसिंह बामनिया के साथ सुबह 7.30 बजे फुलमान चैेराहे पर नाटकीय तरिके से राजकोट से रतलाम,इन्दौर जारही टाटा की इम्प्रियों वाहन क्रमांक एमपी 43 जी 3755 को चेकिंग के दौरान पकडा एवं जांच करने पर चैकाने वाला तथ्य सामने आया।  उक्त वाहन की बनावट एवं वाहन के अन्दर बनाये हुए डिक्कीनुमा लाकरों के अलावा वाहन के बोनट में भी कई किलोगा्रम चांदी की ज्वैलरी दिखाई दी। उक्त लांेडिग वाहन में प्लास्टिक के खाली डिब्बों, पोलिथिनकी पैकिंग करने की थैलिया तथा सोडा वाटर की मषीन उपर भर रखी थी जबकि इनके नीचे विषेश तौर पर बनाये गये लांकरों में चांदी सोना भरा हुआ था। ंइस तरह पुलिस ने चेकिंग के दौरान एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। जिसमें उक्त वाहन से करीब 200 किलो से अधिक लगभग चांदी के आभूशणों के अलावा 11 पैकेट में अनुमानित तौर पर करीब 1 किलो से डेढ किलो तक सोने के आभूशण बरामद किये गये। ट्राफीक अधिकारी कोमल मीणा ने बताया कि षनिवार को सुबह 7.30 बजे मुखबीर की सूचना पर उक्त वाहन को फुलमाल चैराहे पर चेंकिग के लिये रोका गया। वाहन में वाहन चालक बालाराम पिता हेमराज चैहान,(46 वर्श) गा्रम मांगोद थाना दीनदयाल नगर रतलाम, के अलवा वाहन मे चल रहे प्रहलाद पिता समरथमल कसेरा(32) कसेरा बाजार रतलाम,तथा घनष्याम पिता किषनलाल राठौर,(20) निवासी कल्याण नगर रतलाम से कडी पुछताछ करने पर उनके द्वारा उक्त वाहन में प्लास्टिक के सामान डिब्बे, पोलिथिन की पन्नियां के अलावा कोल्ड ड्रींक्स की मषीन होना बताया गया। यातायात प्रभारी कोमल मीणा ने उक्त वाहन को पुलिस कोतवाली झाबुआ लाया गया। पुलिस थाने पर जप्तषुदा चांदी एवं सोनेे की ज्वैलरी को तुलवा कर तथा उनकी नम्बरिंग वजन नंबरिग आदि प्रक्रिया को निपटाने में पुलिस को 3 घंटे से अधिक का समय लगा। पुलिस ने तीनों आरोपियों के मोबाईल जप्त करकें उनकी जांच करके वास्तविकता का पता लगाने जुट गई है। कोतवाली पर लाकर वाहन को खुलवाया गया तो वाहन की सीटों के नीचे पुलिस को लाकर दिखाई दिये वही वाहन के पीछे भी ख्ुालवाये जाने पर वहां भी विषेश तौर पर बनाये गये लाकर दिखाई दिये, फलतःसीटों के पास बोल्ट को खुलवाकर बनाये गये गोपनीय लाकरों तथा लोडिंग वाहन के पीछे भी लाकरों तथा वाहन के आगे के बोनट को खुलवाने पर 200 किलों से अधिक की चांदी की ज्वैलरी के 103 पैकेट एवं 11 सोने की ज्वैलरी के पैकेट पाये गये। पुलिस ने तीनों व्यक्तियों को अपनी कस्टडी में लेकर सभी सामान को थाने पर उतरवाया गया तथा यातायात पुलिस प्रभारी कोमल मीणा की उपस्थिति में प्रत्येक पैकेट को तोला गया कुल 103 पैकेट चांदी की आभूशणों के तथा 11 पैकेट सोने के आभूशणों के पैक्ड थे उनको नगर के सोनी को बुलवा कर तुलवाया गया। उक्त वाहन के वाहन चालक एवं आरोपियों ने बताया कि उन्हे जानकारी ही नही है कि यह माल कहा पहूंचाना है। हमे तो मात्र रतलाम तक ले जाकर वाहन को सौपना है। आगे जैसे जैसे उन्हे गुप्त भाशा में निर्देष मिलते है, उसके बाद ही उक्तानुसार माल को सुपुर्द किया जाता है। पुलिस सुत्रो के अनुसार पकडे गये माल के विरूद्ध 50 लाख रूपये के बील होना बताया जा रहा है। किन्तु वास्तव में पुरा माजरा क्या है यह जाॅच के बाद ही पता चल सकेगा। इस अवसर पर अनुविभागीय दण्डाधिकारी डा. अभयसिंह खराडी भी प्रुलिस कोतवाली पर पहूंच गये और उन्होने भी यातायात पुलिस द्वारा जप्त षुदा सामग्री के बारे मे ंविस्तार से जानकारी प्राप्त की। उन्होने स्वयं ने भी उक्त लोडिंग वाहन का बारिकी से अवलोकन किया तथा पुलिस अधिकारियों से चर्चा की। पुलिस की भगोरिया पर्व के दौरानइस प्रकार करीब 1 करोड की चांदी सोने की गुजरात से हो रही तस्करी को पकडने में साहसिक सफलता प्राप्त की है। किन्तु इस बारे में यह भी उल्लेखित करना सामयिक होगा कि चांदी पकडने का यह पहला मामला नही है, पूर्व में भी पुलिस ने इस प्रकार व्यूह रचना करके चांदी को पकडने में कामयाबी हांसील की है। इस बारे में चर्चा यह भी बनी हुई कि इस मार्ग पर चलने वाली प्रायवेट स्लिपर कोचों, बसों में भी रात्री के समय गुजरात से मध्यप्रदेष में चांदी सोने की बिना बिल से तस्करी का काम चल रहा है किन्तु आज तक किसी भी स्लिपर कोच या बस को पुलिस द्वारा पकडा नही जा सका है। और चांदी-सोने की तस्करी का यह क्रम अभी भी थमा नही है।