भोपाल। प्रदेश में लगातार चौथी बार सरकार बनाने की तैयारी में जुटी भाजपा आगामी उम्मीदवारों को लेकर ऊहांपोह की स्थिति में है। सूत्र बताते हैं कि ऐसी स्थिति में आरएसएस ने मैदानी सर्वे के आधार पर संभावित 90 दावेदारों की एक सूची तैयार की है। ये वे उम्मीदवार हैं जो संघ की नजर में चुनाव जीत सकते हैं। हालांकि सूची में कुछ ऐसे भी नाम है जिनका उनके क्षेत्र में जबरदस्त विरोध हो रहा है। इसमें भोपाल के हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा और विश्वास सारंग का नाम भी शामिल हैं।
वहीं दूसरी ओर कई क्षेत्रों में नए नाम भी सामने आए हैं।
खास बात यह है कि यह सूची तब सामने आई जब कि मप्र में सत्ता विरोधी लहर को देखते हुए भाजपाई जहां चिंता में है। वहीं संघ ने चुनाव को देखते हुए विधानसभा के जिताऊ प्रत्याशी तलाश लिया है। यह संख्या कोई एक-दो नहीं बल्कि 90 तक पहुंच जाती है। माना जाता है कि इसके बाद न केवल दावेदारों को फिर से चुनाव मैदान में उतारने की न केवल हरी झंडी मिल गई है, बल्कि इन सबको पूरी ताकत से चुनाव प्रचार में जुट जाने की सलाह भी दे दी गई है। हालांकि यह स्थिति विपक्षी कांग्रेस के लिए परेशानी वाली हो सकती है क्योंकि कांग्रेस अभी बसपा और सपा के साथ गठबंधन की संभावनाओं को ही टटोल रही है। ऐसे में भाजपा के इस दांव ने सत्तारूढ़ दल को बढ़त में ला दिया है।
सर्वे के आधार पर नामों को हरी झंडी
सूत्र बताते हैं कि संघ ने यह सूची सर्वे के आधार पर तैयार की है। पार्टी ने इन सभी उम्मीदवारों को आरएसएस नेताओं के साथ मिलकर कार्य करने का भी आदेश दिया गया है। माना जा रहा है कि पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के निर्देशानुसार प्रत्याशियों की चयन प्रक्रिया में आरएसएस और उसके अनुषांगिक संगठनों को विशेष तरजीह दी जा रही है। भाजपा के एक पदाधिकारी कहते हैं कि संघ बराबर सुझाव देता रहता है। प्रत्याशी का अंतिम फैसला पार्टी फोरम पर होता है। दूसरी ओर भाजपा ने यह संकेत भी दिया है कि वर्तमान में कुछ मंत्रियों और विधायकों के टिकट कट भी सकते हैं। इसका सबसे ज्यादा असर 70 पार के नेताओं पर पड़ने की पूरी-पूरी संभावना है।
सूची में नहीं इनके नाम
सूची में कई कद्दावर नेताओं के नाम नहीं है। इसके बाद कहा जा रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर, सरताजसिंह, कुसुम मेहदले आदि बुजुर्ग नेताओं को या तो आराम की सलाह दी जा सकती है या फिर उन्हें संगठन में भी सम्मानित पद दिए जा सकते हैं। ऐसा भी माना जा रहा है कि पार्टी उन विधायकों और मंत्रियों को भी आगामी विधानसभा चुनाव में नहीं दोहराएगी, जिनके जीतने की संभावना बिलकुल नहीं है। इन स्थानों पर नए चेहरों पर दांव लगाया जा सकता है। क्योंकि उपचुनावों में शिकस्त झेल चुकी पार्टी मुख्य चुनाव के लिए काफी फूंक-फूंक कर कदम रख रही है।
तैयारी करो टिकट पक्का है
सूत्र बताते हैं कि भाजपा द्वारा कुछ विधायकों के टिकट कटने की खबरें आ रही हैं, वहीं पार्टी ने भरोसेमंद दावेदारों से कह दिया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में चुनाव की तैयारियों में जुट जाएं। उनका टिकट पक्का है। हालांकि पार्टी की ओर ऐसी कोई अधिकृत घोषणा नहीं की गई है, लेकिन सूत्रों की मानें तो जीतने वाले विधायकों को पार्टी ने कह दिया है कि टिकट की चिंता किए बिना अभी से चुनाव की तैयारी शुरू कर दें। वहीं जिन नेताओं के टिकट कटने हैं, उन्हें पार्टी ने अभी स्पष्ट जवाब नहीं दिया है। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि चुनाव से पहले पार्टी में असंतोष पैदा न हो। ऐसे में कई विधायकों और मंत्रियों के चेहरों पर चिंता की लकीरें साफ पढ़ी जा सकती हैं।
हारी 30 सीटों पर नए चेहरों पर दांव
आरएसएस ने मध्यप्रदेश चुनाव से पहले भाजपा द्वारा हारी गई सीटों पर एक सर्वेक्षण कराया गया। इस सर्वे के बाद संघ ने 30 सीटों पर नए उम्मीदवार उतारने को कहा गया है।
रामपुर बघेलान से हर्ष नदारद
सतना जिले की रामपुर बघेलान सीट पर संघ की सूची में कैबिनेट राज्यमंत्री हर्ष सिंह का नाम नहीं है। इतना ही नहीं उनके बेटे व नगर परिषद के अध्यक्ष कुंवर विक्रम सिंह को नजरअंदाज करते हुए सांसद गणेश सिंह के भाई उमेश प्रताप सिंह का नाम संभावित प्रत्याशी के रूप में दिया गया है। जबकि संघ का चेहरा कहे जाने वाले सतना से मौजूदा विधायक शंकरलाल तिवारी और चित्रकूट से सुरेंद्र सिंह गहरवार के नाम को भी इस सूची में तरजीह नहीं दी गई है। वहीं भिंड की मेहगांव सीट से विधायक मुकेश सिंह चतुर्वेदी को दीमनी से प्रत्याशी बताया जा रहा है।
इन संभावित दावेदारों को संघ की हरी झंड़ी
विस संभावित प्रत्याशी
बुधनी शिवराज
दतिया डॉ नरोत्तम मिश्रा
रहली गोपाल भार्गव
छतरपुर श्रीमती ललिता यादव
दमोह जयंत मलैया
रीवा राजेंद्र शुक्ला
विजयराघवगढ़ संजय पाठक
शाहपुरा ओमप्रकाश धुर्वे
बालाघाट गौरीशंकर बिसेन
नरसिंहपुर जालम सिंह पटेल
होशंगाबाद सीताशरण शर्मा
नरेला विश्वास सारंग
भोपाल दक्षिण उमाशंकर गुप्ता
हाटपिपलिया दीपक जोशी
बुरहानपुर अर्चना चिटनिस
सेंधवा अंतरसिंह आर्य
इंदौर-4 मालिनी लक्ष्मण सिंह
इंदौर-2 रमेश मेंदोला
इंदौर-1 सुदर्शन गुप्ता
इंदौर-5 महेंद्र हार्डिया
धार नीना विक्रम वर्मा
बदनावर भंवर सिंह शेखावत
खाचरोद दिलीप शेखावत
अलीराजपुर नागर सिंह चौहान
पेटलावद निर्मला भूरिया
तराना अनिल फिरोजिया
जावरा राजेंद्र पांड
आलोट जितेंद्र गहलोत
मंदसौर यशवंत सिसोदिया
मल्हारगढ़ जगदीश देवड़ा
मनासा कैलाश चावला
नीमच दिलीप परिहार
जावद ओमप्रकाश सकलेचा
जौरा सूबेदार सिंह रजौधा
सुमावली सत्यपाल सिंह
मुरैना रुस्तम सिंह
दीमनी चौधरी मुकेश सिंह
गोहद लाल सिंह आर्य
ग्वालियर ग्रामीण भारत सिंह कुशवाहा
ग्वालियार जयभान सिंह पवैया
ग्वालियर पूर्व माया सिंह
ग्वालियर दक्षिण नारायण सिंह कुशवाह
सेवढ़ा प्रदीप अग्रवाल
पोहरी प्रहलाद भारती
शिवपुरी यशोधरा राजे सिंधिया
गुना पन्ना लाल शाक्य
चाचौड़ा ममता मीणा
अशोक नगर गोपीलाल जाटव
बीना महेश राय
सागर शैलेंद्र जैन
नरयावली प्रदीप लारिया
पृथ्वीपुर अनीता सुनील नायक
महराजपुर मानवेंद्र सिंह
बिजावर पुष्पेंद्र नाथ पाठक
पथरिया लखन पटेल
मैहर नारायण त्रिपाठी
रामपुर बघेलान उमेश प्रताप सिंह
सिरमौर दिव्यराज सिंह
देवतालाब गिरीश गौतम
सीधी केदारनाथ शुक्ला
चितरंगी जगन्नाथ सिंह
धोहनी कुंवर सिंह टेकाम
जैतपुर जय सिंह मरावी
बड़वारा मोती कश्यप
मानपुर मीणा सिंह
जबलपुर पूर्व अंचल सोनकर
जबलपुर कैंट अशोक रोहाणी
सिहोरा नंदनी मरावी
निवास रामप्यारे कुलस्ते
वारासिवनी योगेंद्र निर्मल
गोटेगांव कैलाश यादव
तेंदूखेड़ा संजय शर्मा
गाडरवारा गोविंद सिंह पटेल
जुन्नारदेव नथन शाह
छिदवाड़ा चंद्रभान सिंह
सौसर नानाभाऊ
बैतूल हेमंत खंडेलवाल
व्यावारा दिलबर यादव
सारंगपुर प्रमोद पवार
देवास गायत्री राजे पवार
मांधाता लोकेंद्र सिंह तोमर
हरसूद विजय शाह
शुजालपुर जसवंत सिंह हाड़ा
आष्टा रंजीत सिंह गुणवान
भोपाल मध्य सुरेंद्र नाथ सिंह
भोपाल हुजूर रामेश्वर शर्मा
टिमरनी संजय शाह
सोनकच्छ राजेंद्र वर्मा
उज्जैन उत्तर पारस जैन
कालापीपल इंदर सिंह परमार
सोहागपुर विजयपाल सिंह राजपूत