amjad khan
शाजापुर। जिला मुख्यालय से करीब 25 किलोमीटर दूर ग्राम मोहन बड़ोदिया थाना क्षेत्र के बिजनाखेड़ी में कुआ धंस जाने से 4 मजदूरों की मौत हो गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार देहरीपाल चक निवासी लीलाबाई 35 वर्ष, कंकूबाई पति तेजूसिंहए, भूरीबाई एवं ग्राम गोविंदा निवासी रामलाल बिजनाखेड़ी में मंगलवार को कुए के गहरीकरण का काम कर रहे थे, तभी अचानक से कुआ धंस गया और मलबे में चारों मजदूरों के दब जाने से उनकी मौत हो गई।
सूचना मिलने पर कलेक्टर दिनेश जैन, एसपी पंकज श्रीवास्तव, होमगार्ड कमांडेड विक्रम मालवीय, एंबुलेंस 108 के ईएमटी चंद्रप्रकाश, पायलेट कैलाश सेन सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू के कार्य में जुट गए। करीब 16 घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद बुधवार सुबह मजदूरों के शव को मलबे से बाहर निकाला जा सका। ग्रामीणों ने बताया कि कुएं की गहराई करीब 60 फीट थी और उस पर 20 फीट मलबा जमा हो गया था जिसमें मजदूर धंस गए थे। शवों को पोस्टमार्टम के लिए मोहन बड़ोदिया स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया।
वहीं इस पूरे मामले में कलेक्टर जैन का कहना है कि मामले की जांच कराई जाएगी और मृतकों के परिवारों को आर्थिक सहायता भी दी जाएगी। इसीके साथ इस तरह की घटना दोबारा से घटित न हो इसको लेकर इंजीनियरों की टीम गठित कर निर्माणाधीन कुओं और अन्य जल स्त्रोतों का पहले सर्वे कराया जाएगा, उसके बाद ही निर्माण कार्र्य शुरू करने की अनुमति दी जाएगी।
16 घंटे तक मलबे में दबे रहे शव
बिजनाखेड़ी में कुआ धंस जाने से उसके मलबे में चार मजदूरों का शव 16 घंटे तक दबा रहा है। वहीं बुधवार सुबह कड़ी मशक्कत के बाद शवों को मलबे से बाहर निकाला गया। इधर मृतक के परिजन और गांव के लोग भी मौके पर पहुंचे और विलाप करने लगे, जिन्हे स्थानीय लोगों ने ढांढस बंधाया। इधर जिला प्रशासन द्वारा अंतिम संस्कार के लिए मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता मौके पर ही स्वीकृत कर दी गई। साथ ही नियमानुसार और आर्थिक सहायता देने की बात भी कलेक्टर जैन ने कही है।