दिग्विजय बताएं, ट्रेजर आइलैंड घोटाले में कैसे मिली क्लीनचिट: वीडी शर्मा
पन्ना पूर्व जिलाध्यक्ष इनकी सिपहसालार, कोर्ट ने किया जुर्माना
पंधाना। जब दिग्विजय सिंह प्रदेश के मुख्यमंत्री थे, तब कई घपले-घोटाले मप्र में हुए। दिग्विजय ने पौधरोपण के नाम से सरकारी जमीन की बंदरबांट की। कई लोगों को ये जमीन दे दी। दिग्विजय प्रदेश की जनता को यह बताएं कि ट्रेजर आईलैंड घोटाले में वे कैसे क्लीनचिट हो गए। पन्ना में इनकी पूर्व जिला अध्यक्ष और उनके सिपहसालार पर जुर्माना किया गया है। यह बात भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने मंगलवार को खंडवा जिले के पंधाना में संवाददाताओं से चर्चा के दौरान कही। शर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय ङ्क्षसह के आरोपों का करारा जवाब देते हुए कहा कि अभी तो दिग्विजय सिंह का एक कब्जा निकला है, इनके शासनकाल में हुए घपलों-घोटालों की भी लोकायुक्त जांच होनी चाहिए। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा है कि कांग्रेस का बंगाल से सफाया हो गया, असम से सफाया हो गया। इनका देश-प्रदेश की राजनीति में भी अस्तित्व समाप्त हो गया। इनके पास अब आरोप-प्रत्यारोप करने के अलावा कुछ काम नहीं बचा है। कांग्रेस बिखर गई है, अप्रसांगिक हो गई है। प्रदेश में कांग्रेस की लीडरशिप समाप्त हो गई है। एक मिस्टर बंटाढार ने प्रदेश को बर्बाद कर दिया था तो दूसरे ने प्रदेश की जनता से झूठ बोलकर उनके साथ वादाखिलाफी की। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में जिसको वोट ज्यादा मिलते हैं वह जीतता है, लेकिन तकनीकी रूप से कांग्रेस की चार सीटें ज्यादा आ गई थीं और उनकी सरकार बन गई थी। लेकिन झूठ की यह सरकार ज्यादा दिन नहीं चली।
कांग्रेस पाकिस्तान परस्त मानसिकता
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस पाकिस्तान परस्त मानसिकता से काम करती है। कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति करती है और ऐसी राजनीति से ही जिंदा रह सकती है। कांग्रेस ने हमेशा से अल्पसंख्यकों को वोट बैंक माना है, लेकिन उनके लिए कुछ नहीं किया। कांग्रेस देश में अस्थिरता लाना चाहती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासन में अल्पसंख्यकों का विकास हुआ है। मोदी सरकार के कार्यकाल में अल्पसंख्यक सबसे ज्यादा सुरक्षित हैं।
मप्र में अवैध रेत खनन की जांच करे लोकायुक्त: दिग्विजय
इधर, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह मंगलवार दोपहर लोकायुक्त कार्यालय पहुंचे। उन्होंने प्रदेश में अवैध रेत खनन के मामले को लेकर लोकायुक्त से शिकायत की है। संवाददाताओं से चर्चा में सिंह ने आरोप लगाया कि पूरे प्रदेश में अवैध रेत उत्खनन बड़े पैमाने पर चल रहा है। अवैध रेत खनन में जिला कलेक्टर, खनिज अधिकारी और भाजपा के कई नेता शामिल हैं। दिग्विजय का आरोप है कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की भी अवैध रेत खनन मामले को लेकर सहमति है। मध्य प्रदेश की रेत उत्तर प्रदेश भेजी जा रही है। एक अन्य सवाल में उन्होंने कहा कि बजरंग दल के प्रदेश अध्यक्ष को एक मामले में सजा हो चुकी है। ऐसे में यदि मैंने उन्हें गुंडा कहा तो क्या गलत कहा।
हाईकोर्ट से दिव्यारानी की याचिका खारिज, जुर्माना
इधर, मप्र हाईकोर्ट ने पन्ना कांग्रेस की पूर्व जिलाध्यक्ष दिव्या रानी सिंह पर तथ्य छिपाकर याचिका दायर करने पर दो हजार का जुर्माना लगाया है। जस्टिस संजय द्विवेदी की एकलपीठ ने भविष्य में ऐसा नहीं करने की चेतावनी देते हुए याचिका खारिज कर दी है। याचिका दिग्विजय सिंह की सिपहसालार रहीं दिव्या रानी सिंह की ओर से दायर की गई थी। याचिका में कहा गया कि राज्य सरकार ने उन्हें वर्ष 1994 में पौधारोपण के लिए 3.5 हेक्टेयर जमीन दी थी। उस जमीन से सटी हुई दिव्यारानी सिंह की 50 एकड़ जमीन भी थी। सरकार ने इस शर्त पर जमीन दी थी कि 2 साल के भीतर उस जमीन पर पौधारोपण किया जाएगा। वर्ष 2013 में राज्य सरकार को जानकारी मिली कि पौधारोपण के लिए आवंटित की गई जमीन पर पौधारोपण नहीं किया गया है। राज्य सरकार ने जमीन का आवंटन निरस्त कर दिया। इसके खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई थी।