IIM रायपुर ने बढाया छत्तीसगढ का मान, देश के 500 संस्थानों में नंबर 1
रायपुर। देश के 500 प्रबंध संस्थानों की रैंकिंग में भारतीय प्रबंध संस्थान (IIM) रायपुर को पहला स्थान मिला है। यह रैंकिंग शैक्षणिक उत्कृष्टता, आधुनिक शोध और सामाजिक रूप से जिम्मेदार पहल के प्रति संस्थान को दिया गया है।
आइआइएम रायपुर के निदेशक डा. राम कुमार काकानी ने बताया कि भारत सीएसआर जीएचआरडीसी बी स्कूल रैंकिंग-2022 शैक्षणिक क्षेत्रों में सबसे सम्मानित पुरस्कार है। यह सेंटर फार सस्टेनेबिलिटी और ग्लोबल ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट सेंटर दो प्रसिद्ध संस्थानों द्वारा किया गया है। आइआइएम रायपुर ने शोध के क्षेत्र में बहुत ज़्यादा निवेश किया है। यहां की फैकल्टी और छात्र नियमित रूप से उच्च श्रेणी की पत्रिकाओं में रिसर्च पेपर प्रकाशित करते हैं। वहींउत्कृष्टता केंद्र, नवाचार और उद्यमिता केंद्र, ऊर्जा प्रबंधन केंद्र और आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन केंद्र स्थापित किए है।
आइआइएम रायपुर सामाजिक जिम्मेदारी के लिए पहल सहित विभिन्न आउटरीच गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल रही है। बढ़ रही सामाजिक समस्याओं को हल करने के लिए संस्थान ने कई सरकारी एजेंसियों, गैर सरकारी संगठनों और निजी संगठनों के साथ हाथ मिलाए है। प्रबंधन ने बताया कि संस्थान को एक पर्यावरण अनुकूलित समाज बनाने, शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के प्रयासों के लिए सम्मानित किया गया है।
आइआइएम रायपुर के निदेशक डा. राम कुमार काकानी ने कहा कि कोविड-19 महामारी ने बेहद प्रभावशाली रूप से हमारे काम करने, सीखने और दूसरों से जुड़ने के तरीके बदल दिए हैं। महामारी की शुरुआत में पढ़ाई करने का तरीका भौतिक से वर्चुअल में तेजी से बदल गया था। यह संस्थान कोविड से पहले और बाद के दोनों शैक्षणिक वातावरणों को अपनाने में सक्षम थी। हमने एंड्रागाजिकल टूल्स, सिमुलेशन और डिजिटल जुड़ाव का उपयोग करके एडल्ट लर्निंग (प्रौढ़ शिक्षा) शुरू की है। इसके अलावा शिक्षा के क्षेत्र में हमेशा नवाचार होता रहा। प्रभावशाली नीति से बेहर परिणाम मिले।
आइआइएम रायपुर निदेशक डा. राम कुमार काकानी ने बताया कि सीएसआर जीएचआरडीसी बी-स्कूल रैंकिंग, शैक्षणिक क्षेत्र में सबसे सम्मानित और हर जगह अपनाई जाने वाली रैंकिंग मानी जाती है। यह प्रतिष्ठित रैंकिंग फैकल्टी इंफ्रास्ट्रक्चर, रिसर्च और आउटरीच गतिविधियों जैसे विभिन्न मापदंडों के सख्त मूल्यांकन पर आधारित होती है। आइआइएम रायपुर को यह पुरस्कार मिलना गौरव की बात है।