सुमित्रा महाजन ने राहुल को समझाया लोकसभा का नियम कानून

नई दिल्ली
केंद्र की बीजेपी सरकार के खिलाफ आए अविश्वास प्रस्ताव पर जारी बहस के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर जमकर हमला किया. उन्होंने मोदी पर राफेल डील करने और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बेटे पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया. राहुल के भाषण के दौरान बीजेपी सांसदों ने जमकर हंगामा किया. इसके चलते लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन से सदन को स्थागित कर दिया. दोबारा से जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो सुमित्रा महाजन ने राहुल को सदन के नियम समझाए.

सुमित्रा महाजन ने कहा कि आप डायरेक्ट आरोप नहीं लगा सकते. अगर आप किसी पर आरोप लगाते हैं तो सबूत होना चाहिए. किसी भी व्यक्ति, मिनिस्टर पर आरोप करते हैं तो उस मिनिस्टर को भी बात अपनी बात रखने का मौका मिलेगा. उन्होंने कहा कि मैं भी सालों साल से लोकसभा में हूं, भाषण देखे हैं. अगर कुछ ऐसा आरोप होता है तो बहुत बड़े लोगों को भी उकसाते करते हुए देखा है. अगर सामने वाला खड़ा होता है तो सामने वाले को खड़ा होना पड़ता. इसलिए मैंने कहा- डिफेंस मिनिस्टर पर आरोप लग रहा है तो उन्हें तुरंत मौका मिलता है. ऐसे में उन्हें बाद में मौका मिलेगा.

सुमित्रा महाजन ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव पूरे मंत्रिमंडल पर है. आप पीएम पर आरोप लगाए तो कोई न कोई सबूत देना पड़ता है. उन्होंने कहा कि मुझे भी कई सारी चीजें सुननी होती हैं, लेकिन हो हल्ले में कई बातें छूट जाती हैं. ऐसे में एक्सपंज करने का अधिकार स्पीकर का होता है. आरोप ठीक नहीं है तो उसको भी एक्सपंज कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि सदन में अपनी भाषा और सदन का डेकोरम रखें. ऐसे आंकड़ों का प्रूफ नहीं है तो उन्हें नहीं जाना चाहिए. सुमित्रा ने कहा कि फ्रांस के राष्ट्रपति का नाम लिया गया, वे यहां नहीं है ऐसे में वे सफाई तो नहीं देंगे. दो लोगों की आपस में क्या बात होती है वो ऐसे नहीं जाता है. सुमित्रा महाजन जब ये बाते कर रही थी तो सांसदों की ओर से उन्हें बीच में टोका जा रहा था. ऐसे में सुमित्रा महाजन ने कहा कि आप दोनों यही कर रहो हो आप ही हमारी जगह आ जाओ. इसके बाद राहुल ने दोबारा से अपनी बात कही.