वरिष्ठ नेता कैलाश सारंग पंचतत्व में विलीन, पुत्र विवेक और मंत्री विश्वास ने दी मुखाग्नि
भोपाल
कैलाश सारंग बीजेपी के संस्थापक सदस्य थे। वे अटल जी के करीबी रहे हैं। मध्यप्रदेश में अब बीजेपी की संस्थापक पीढ़ी का कोई नेता नहीं बचा है।
भाजपा के पूर्व राज्यसभा सांसद कैलाश सारंग का शनिवार को मुंबई में इलाज के दौरान निधन हो गया। रविवार को वे भोपाल के सुभाष विश्राम घाट पर पंचतत्व में विलीन हो गए हैं। उनके बड़े बेटे विवेक सारंग और मंत्री विश्वास सारंग दोनों ने उन्हें मुखाग्नि दी।
इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा सहित कई बड़े नेता और हजारों लोग मौजूद थे। इससे पहले कैलाश सारंग का पार्थिव शरीर रविवार सुबह करीब 9 बजे विशेष विमान से मुंबई से भोपाल लाया गया। एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने पार्थिव शरीर को कंधा दिया। 74-बंगले स्थित निज निवास पर उनके पार्थिव शरीर पर तिरंगा लपेटा और गार्ड आॅफ आॅनर दिया गया। सुभाष नगर विश्राम घाट पहुंच गया है। यहां राजकीय सम्मान के साथ कैलाश सारंग का अंतिम संस्कार किया गया।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुरेश पचौरी के साथ दूसरे बड़े नेता भी उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे हैं। शनिवार को मुंबई के अस्पताल में 87 साल के कैलाश सारंग का निधन हो गया था। 2 नवंबर को एयर एंबुलेंस से भोपाल से मुंबई ले जाया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। मोदी ने संवेदना जताते हुए लिखा कि कैलाश सारंग को मध्य प्रदेश की प्रगति चाहने वाले दयालु और मेहनती के नेता के रूप में याद किए जाएगा।