लोकसभा चुनाव 2019: पीएम नरेंद्र मोदी की सभा के बहाने इस 'नाराज वर्ग' की साधना चाहती है बीजेपी!
रायपुर
छत्तीसगढ़ में हुए विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद बीजेपी की नीव सूबे में पूरी तरीके से हिल सी गई है. विधानसभा में ना केवल अंदरूनी इलाकों बल्कि बीजेपी को मैदानी इलाकों में भी करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा. हालांकि बीजेपी को गुमान था की आम मजदूर और आदिवासी उनके साथ हैं. लेकिन विधानसभा के नतीजों ने साफ कर दिया कि राज्य में जनता ने मन बदल लिया है. अब लोकसभा चुनाव में बीजेपी की पहली प्राथमिकता इन रूठे लोगों को मनाने की ही है. लोकसभा चुनाव में बीजेपी का हाथ मजबूत करने खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को छत्तीसगढ़ आ रहे हैं. पीएम मोदी भाटापारा और कोरबा में चुनावी सभा को संबोधित करने वाले हैं. बीजेपी के पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल का कहना है कि प्रधानमंत्री की सभा जब तय की जाती है तो कई समीकरण देखे जाते हैं. उनका दावा है कि प्रधानमंत्री जहां भी जाते हैं, माहौल बीजेपी के पक्ष में ही बन जाता है. बहरहाल, सूबे में चुनावी माहौल को देखते हुए पीएम नरेंद्र मोदी के इस दौरे को कोफी अहम माना जा रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कोरबा और भाटापारा में होने वाले चुनावी सभा के कई मायने निकाले जे रहे है. माना जा रहा है कि कोरबा जिले में सभा के जरिए जहां औद्योगिक इलाकों के संगठित और असंगठित मजदूरों को साधने की कोशिश बीजेपी कर सकती है. वहीं भाटापारा की सभा के जरिए व्यापारियों के बीच अपनी खोई पैंठ फिर से जमाने की बीजेपी कोशिश करेगी. गौरतलब हो कि भाटापारा को अनाज से लेकर अन्य कई वस्तुओं का हब माना जाता है. जीएसटी की वजह से यहां व्यापारियों में जमकर नाराजगी थी. ऐसे में अब यहां सभा के जरिए उन्हें साधने की कवायद की जा रही है. वहीं कोरबा में कोरबा रायगढ़ और सरगुजा तीन लोकसभाओं के प्रत्याशी के लिए माहौल बनाना और कार्यकर्ताओं को भी साधना की कोशिश की जाएगी. साथ हीं भाटापारा के जरिए रायपुर ,बिलासपुर और जांजगीर चांपा इन सभी लोकसभाओं के लिए राह बीजेपी तैयार करना चाहती है.