मैं लोकतंत्र को खतरे में नहीं देख सकता-राज्यपाल जगदीप धनखड़

मैं लोकतंत्र को खतरे में नहीं देख सकता-राज्यपाल जगदीप धनखड़

कोलकाता
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़  ने कहा है कि राज्य में लोकतंत्र (Democracy) और मानवाधिकार (Human Rights) खतरे में है. धनखड़ ने कहा, "मैं पश्चिम बंगाल (West Bengal) में लोकतंत्र को खतरे में नहीं देख सकता. मैं मानवाधिकारों के उल्लंघन को भी बर्दाश्त नहीं कर सकता. पुलिस का काम चिंता का विषय बना हुआ है.'' धनखड़ ने कहा कि मैं आम पुलिसवालों का आभार जताता हूं लेकिन उनके ऊपर फैसला लेने वाले उनसे राजनैतिक काम करा रहे हैं.

धनखड़ ने कहा, "मुझे लगता है कि प्रशासन और पुलिस राजनैतिक काम नहीं कर सकते, यह सिर्फ लोक सेवक हो सकते हैं. अगर किसी को लगता है कि उनके साथ कुछ नहीं हो सकता है, तो उन्हें बहुत बड़ी गलतफहमी है. कोई कितना बड़ा हों, कानून हमेशा उनके ऊपर होता है. कानून की रक्षा करना मेरा कर्तव्य है."


पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने कहा, "उन्हें लगता होगा कि राज्यपाल क्या ही कर सकते हैं. वे बड़े मुगालते में हैं. मैं ऐसा कुछ नहीं कहता जिसे मैं लागू नहीं कर सकता. अगर मैंने अपने शब्द दिये हैं कि आगामी चुनाव निष्पक्ष होगा और लोग स्वतंत्र इच्छा के साथ मतदान कर सकते हैं, तो मैं इसे पूरा करूंगा."