'मेडिटेशन' के लिए विदेश गए राहुल, कार्यक्रम सार्वजनिक क्यों नहीं करती कांग्रेस:  BJP

'मेडिटेशन' के लिए विदेश गए राहुल, कार्यक्रम सार्वजनिक क्यों नहीं करती कांग्रेस:  BJP

 
नई दिल्ली 

पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी एक बार फिर विदेश दौरे पर चले गए हैं. कहां गए हैं, इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है. कांग्रेस की ओर से बस इतना बताया गया है कि राहुल गांधी 'मेडिटेशन (ध्यान)' के लिए देश से बाहर हैं. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने राहुल गांधी के इस दौरे पर निशाना साधा है और कहा है कि कांग्रेस पार्टी को उनके कार्यक्रम की जानकारी देनी चाहिए.

बता दें, इसके पहले राहुल गांधी 21 अक्टूबर के महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले कंबोडिया गए थे. वे चुनाव प्रचार के लिए हालांकि वापस आए और उन्होंने हरियाणा में दो और महाराष्ट्र में पांच रैलियों को संबोधित किया. उन्होंने अभी तक उपचुनाव के नतीजों पर कोई टिप्पणी नहीं की है, जहां कांग्रेस का प्रदर्शन तो अच्छा रहा लेकिन वह जीत दर्ज नहीं कर पाई. हालांकि कांग्रेस ने राहुल गांधी का बचाव किया.

कांग्रेस का बयान
राहुल गांधी के विदेश दौरे की जानकारी देते हुए कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, 'राहुल गांधी समय समय पर मेडिटेशन विजिट पर जाते रहे हैं, इसी क्रम में वे बाहर हैं. पूरा प्रोग्राम (देश की आर्थिक स्थिति पर 1-8 नवंबर तक केंद्र सरकार के खिलाफ 35 प्रेस कॉन्फ्रेंस) उनके निर्देश पर और उनसे मशविरा कर तैयार किया गया है.'

बीजेपी ने उठाए सवाल
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला के बयान पर बीजेपी नेता अमित मालवीय ने निशाना साधा है. अमित मालवीय ने कहा, 'भारत मेडिटेशन का अग्रणी केंद्र है जिसकी विरासत भी समृद्ध है लेकिन राहुल गांधी मेडिटेशन के लिए विदेश जाते हैं. कांग्रेस पार्टी उनके (राहुल गांधी) कार्यक्रम को सार्वजनिक क्यों नहीं करती जबकि वे उच्च सुरक्षा प्राप्त नेता हैं.'

बीजेपी ने इससे पहले भी राहुल गांधी के विदेश दौरे पर सवाल उठाया था जिस पर कांग्रेस की ओर से सफाई पेश की गई. पार्टी के राष्ट्रीय सचिव प्रणव झा ने कहा कि भारत की लोकतांत्रिक परंपरा में व्यक्तिगत स्वतंत्रता का हमेशा सम्मान किया गया है. ऐसे में किसी के व्यक्तिगत जीवन को सार्वजनिक जीवन के साथ नहीं मिलाया जाना चाहिए. इससे पहले कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी राहुल गांधी के बचाव में सामने आए थे. उन्होंने कहा था कि पेशेवर जीवन के साथ व्यक्तिगत जीवन को नहीं मिलाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, 'हमें हर किसी के स्वतंत्रता और गोपनीयता का ध्यान रखना चाहिए और इसमें दखल नहीं देना चाहिए.'