मेंस्ट्रुअल कप इस्तेमाल करने का सही तरीका कम ही फीमेल जानती हैं
मेंस्ट्रुअल कप्स को लेकर आज भी हमारी सोसायटी में कई तरह की भ्रांतियां हैं। अक्सर फीमेल्स के मन में इनसे जुड़ी सुरक्षा के मुद्दे को लेकर कई तरह के सवाल होते हैं। इसलिए पैड्स और टैंपॉन्स की तरह इन्हें पूरे विश्वास के साथ महिलाएं यूज नहीं कर पाती हैं। आइए, जानते हैं मेंस्ट्रुल कप्स से जुड़ी भ्रांतियों के बारे में। साथ ही यह भी कि इन कप्स के बारे में रिसर्च क्या कहती हैं...
नई रिसर्च में सामने आई हैं ये बातें
हाल ही 'द लांसेट पब्लिक हेल्थ' में मेंस्ट्रुअल कप्स से जुड़ी एक व्यापक रिपोर्ट प्रकाशित हुई। इसमें अलग-अलग देशों और ग्रामीण तथा शहरी एरिया में हुई कई रिसर्च में सामने आई बातों का विश्लेषण है। इनमें सामने आया है कि मेंस्ट्रुअल कप्स, सैनेटरी नैपकिन्स और टेंपॉन्स की तुलना में कहीं अधिक कारगर हैं। जिन चुनौतिपूर्ण परिस्थितियों में पैड्स और टेंपॉन्स का उपयोग नहीं किया जा सकता, वहां भी मेंस्ट्रुअल कप्स बेहतरीन तरीके से काम करते हैं।
जरूरी है सही ट्रेनिंग
मेंस्ट्रुअल कप्स के बारे में एक्सपर्ट्स का कहना है कि फीमेल्स के बीच इन कप्स को पूरी तरह एक्सेप्ट न किए जाने की बड़ी वजह कप से जुड़ी सही जानकारी का अभाव है। साथ ही महिलाओं को इस बारे में सही ट्रिक्स जानने की जरूरत है कि मेंस्ट्रुअल कप को यूज कैसे करना है। एक बार सही अनुभव होने पर महिलाएं खुशी से इन्हें स्वीकारेंगी।
यूज करने का सही तरीका
एक्सपर्ट्स का कहना है कि मेंस्ट्रुअल कप को यूज करते समय सबसे पहले इसे ऊपर की तरह से थोड़ा-सा फोल्ड करना चाहिए, जिससे यह वजाइना में आराम से इंसर्ट किया जा सके। अंदर जाने पर जब आप इसे थोड़ा घुमा देंगी तो यह पूरी तरह अजेस्ट हो जाएगा और लिकेज का कोई स्कोप नहीं रहेगा। क्योंकि घुमाने के बाद यह पूरी तरह खुल जाएगा और वजाइना के अंदर के स्पेस को कवर कर लेगा।
बेहद आरामदायक हैं ये कप
मेंस्ट्रुअल कप एक बार इंसर्ट करने के बाद आप आराम से योग और स्वीमिंग जैसे काम भी कर सकती हैं। जबकि पैड्स, जिन्हें महिलाएं बेहद कंफर्टेबल और लीकेज के मामले में सुरक्षित मानती हैं, उन्हें लगाकर स्वीमिंग तो बिल्कुल नहीं की जा सकती और योग करने में भी स्टेन का डर बना रहता है।