मायावती ने की न्यायिक जांच की मांग, मेरठ SP के वीडियो पर बवाल जारी
मेरठ
उत्तर प्रदेश के मेरठ एसपी सिटी अखिलेश नारायण के वायरल वीडियो पर बवाल मचा हुआ है. कई राजनीतिक दलों की ओर से मेरठ एसपी की आलोचना की गई है. वहीं अब बहुजन समाज पार्टी (BSP) सुप्रीमो मायावती ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है. साथ ही उन्होंने मेरठ एसपी सिटी को बर्खास्त करने की भी मांग की है.
मायावती ने ट्वीट कर कहा है, 'उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में वर्षों से रह रहे मुसलमान भारतीय है ना कि पाकिस्तानी यानी CAA/NRC के विरोध-प्रदर्शन के दौरान खासकर उत्तर प्रदेश के मेरठ SP सिटी द्वारा उनके प्रति साम्प्रदायिक भाषा/टिप्पणी करना अति निन्दनीय और दुर्भाग्यपूर्ण है. ऐसे सभी पुलिसकर्मियों की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच होनी चाहिये और दोषी होने के सही सबूत मिलने पर फिर उनको तुरन्त नौकरी से बर्खास्त करना चाहिये. बीएसपी की यह मांग है.'
प्रियंका गांधी भी जता चुकी हैं नाराजगी
मायावती से पहले मेरठ के एसपी सिटी अखिलेश नारायण के वायरल वीडियो को लेकर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा है कि बीजेपी ने संस्थाओं में साम्प्रदायिक जहर घोल दिया है. प्रियंका ने ट्वीट कर कहा, 'भारत का संविधान किसी भी नागरिक के साथ इस भाषा के प्रयोग की इजाजत नहीं देता और जब आप अहम पद पर बैठे अधिकारी हैं तब तो जिम्मेदारी और बढ़ जाती है. भाजपा ने संस्थाओं में इस कदर साम्प्रदायिक जहर घोला है कि आज अफसरों को संविधान की कसम की कोई कद्र ही नहीं है.'
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने भी एक के बाद एक ट्वीट किए. दिग्विजय ने मुसलमानों ने भारत के संविधान और महात्मा गांधी, पंडित नेहरू, सरदार पटेल, अब्दुल कलाम आजाद के नेतृत्व पर विश्वास कर इस्लामिक पाकिस्तान जाने की बजाय भारत में रहने का निर्णय किया था. मेरठ के एसपी का बयान सुकर शॉक्ड हूं. उन्होंने यह बयान देने वाले एसपी को बर्खास्त करने और उनके खिलाफ मुकदमा चलाने की मांग की है.