महाराष्ट्र की मंत्री ने कहा- मुंबई के साथ सौतेली मां जैसा व्यवहार कोविड-19 से निपटने में
मुंबई
महाराष्ट्र की महिला एवं बाल कल्याण मंत्री यशोमति ठाकुर ने बृहस्पतिवार को केंद्र सरकार पर मुंबई के साथ सौतेली मां जैसा व्यवहार करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 संकट से निपटने के लिए राज्य सरकार वित्तीय सहायता मुहैया करवा रही है। ठाकुर ने आरोप लगाया कि पिछले सप्ताह घोषित किए गए 20 लाख करोड रुपये के आर्थिक पैकेज में केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र के खिलाफ जानबूझ कर पक्षपात किया।
उन्होंने कहा कि यह उम्मीद जताई जा रही थी कि देश की आर्थिक राजधानी के लिए आर्थिक पैकेज में विशेष ध्यान दिया जाएगा। मंत्री ने कहा, मुंबई देश की आर्थिक राजधानी है और जीडीपी में इसका व्यापक योगदान है। इसके बावजूद, महामारी से बुरी तरह प्रभावित मुंबई शहर को केद्र की ओर से नजरअंदाज किया जा रहा है। मंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस के बहाने मुंबई के महत्वपूर्ण उद्योग को गुजरात स्थानांतरित करने का प्रयास किया।
दूसरी ओर महाराष्ट्र युवा कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को केंद्र से मांग की कि उसे 'न्याय' जैसी योजना लेकर आनी चाहिए जिसका वादा पिछले साल लोकसभा चुनाव से पहले गरीबों और जरूरतमंदों के लिए कांग्रेस ने किया था। प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष सत्यजीत ताम्बे ने कहा कि केंद्र को जरूरतमंद परिवारों को अगले छह महीने तक 6 हजार रुपए प्रति माह उपलब्ध कराने चाहिए जिससे संकट के समय में वे अपने अपने लिए अनाज तथा अन्य आवश्यक वस्तुएं खरीद सकें।
उन्होंने कहा कि भाजपा नीत केंद्र सरकार को आर्थिक रूप से पिछड़े तबकों के लिए कोई योजना क्रियान्वित करनी चाहिए। ताम्बे ने कहा कि महाराष्ट्र युवा कांग्रेस ने राज्य में लगभग 29 हजार परिवारों को 200-200 रुपए नकद वितरित किए हैं।