पाकिस्तान ने मांगी थी जर्मनी से मदद, बर्लिन ने किया इनकार

पाकिस्तान ने मांगी थी जर्मनी से मदद, बर्लिन ने किया इनकार

बर्लिन
जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल की अध्यक्षता वाले एक सिक्यॉरिटी पैनल ने पाकिस्तान को झटका दिया है। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान ने अपनी पनडुब्बियों के लिए एयर इंडिपेंडेंट प्रोपल्शन (AIP) मांगा था जिसे देने से बर्लिन ने साफ इनकार कर दिया है। AIP की मदद से पनडुब्बियां हफ्तों पानी के नीचे रह सकती हैं।

पनडुब्बियां अपग्रेड कर रहा है पाक
जर्मन फेडरल सिक्यॉरिटी काउंसिल ने पाकिस्तान को यह फैसला 6 अगस्त को सुना दिया था। पाकिस्तान ने AIP मांगा था ताकि उसकी पनडुब्बियों को सतह पर ना आना पड़े। AIP सिस्टम से पनडुब्बियों की जंगी क्षमता भी बड़ जाती है क्योंकि इससे डीजल इंजन बिना अटमॉस्फीरिक हवा के हफ्तों चल सकते हैं। परंपरागत पनडुब्बियों को हर दूसरे दिन सतह पर लौटना पड़ता है जिससे उनके पकड़े जाने का खतरा बढ़ जाता है।

इसलिए जर्मनी ने ठुकराया
रिपोर्ट में कहा गया है कि जर्मनी ने पाकिस्तान को लेकर कड़ा रुख उसकी आतंकवाद को काबू में करने की नाकामी की वजह से अपनाया है। खासकर, 2017 में काबुल में जर्मनी के दूतावास पर हुए बम धमाके के दोषियों को सजा दिलाने में पाकिस्तान असफल रहा। करीब 150 लोगों की जान लेने वाले धमाके के पीछे हक्कानी नेटवर्क का हाथ था जिसे पाकिस्तान में समर्थन मिला है।

कुछ दिन पहले ही फाइनैंशल ऐक्शन टास्क फोर्स (FATF) की ‘ग्रे लिस्ट’ से बाहर आने की कोशिशों के तहत पाकिस्तान ने 88 प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों और उनके आकाओं पर कार्रवाई करने का ढोंग किया है। लेकिन इस लिस्ट में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का नाम शामिल करके आखिरकार उसने एक तरह से मान लिया है कि दाऊद पाकिस्तान की जमीन पर ही है। इस लिस्ट में हाफिज सईद और मसूद अजहर जैसे आतंकियों और उनके संगठनों के नाम भी हैं।