छह अफसर सस्पेंड-घटिया एक्सप्रेस वे निर्माण मामले में गिरी गाज

छह अफसर सस्पेंड-घटिया एक्सप्रेस वे निर्माण मामले में गिरी गाज

रायपुर
राजधानी में एक्सप्रेस वे घटिया निर्माण पर राज्य सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है और छह अफसरों को सस्पेंड कर दिया गया है। सदन में एक सवाल के जवाब में मंत्री ताम्रध्वज साहू ने एक्सप्रेस वे के घटिया निर्माण के लिए अधिकारियों को जिम्मेदार बताते हुए सभी को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आदेश दिया। जिन अफसरों को सस्पेंड किया गया है, उनमें ईई, एसई, एसडीओ सहित अन्य सीनियर अफसर शामिल हैं।

विधायक धर्मजीत सिंह ने राजधानी के एक्सप्रेस वे के घटिया निर्माण का मुद्दा उठाते हुए सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाये थे। उन्होंने कहा कि करोड़ों की लागत से एक्सप्रेस वे बनाया गया, लेकिन उसमें जनता चल नहीं पा रही है, जब टेक्निकल टीम ने इसे गलत बताया था, तो फिर आखिर अधिकारियों पर कार्रवाई क्यों नहीं की गयी।

धर्मजीत सिंह ने इस दौरान अधिकारियों का जिक्र करते हुए कहा कि किसी को जल संसाधन विभाग से लाया गया था, किसी को नगरीय प्रशासन विभाग से लाया गया था, जिन्हें ऐसे निर्माण का बिल्कुल भी अनुभव नहीं था, उन्हें इतने बड़े एक्सप्रेस बनाने की जिम्मेदारी दी गयी, धर्मजीत सिंह ने सदन में ही मंत्री से सभी को सस्पेंड करने की मांग की। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि ऐसे-ऐसे चुन-चुनकर इंजीनियर लाये हैं कि इन्हें इसरो भेज दिये, जिन्हें पीलर की जानकारी नहीं थी, उन्हें आपने एक्सप्रेस वे बनाने की जिम्मेदारी दे दी।

धर्मजीत सिंह की मांग पर मंत्री ताम्रध्वज साहू ने सभी छह अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड करने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि  मैं अधिकारियों का नाम लेना नहीं चाहूंगा, लेकिन विधायक ने जिन-जिन अफसरों का जिक्र किया, उनकी संख्या 6 है, मैं सभी को सस्पेंड करने की घोषणा करता हूं।पीडब्ल्यूडी मंत्री ताम्रध्वज साहू ने जानकारी दी कि ठेकेदार और कंसल्टेंट के खिलाफ कार्रवाई की गई है. ठेकेदार से ही दोबारा पूरे एक्सप्रेस वे ठीक कराया जा रहा है। उसकी मरम्मत कराई जा रही है। अगर सरकार ठेका रद्द कर देती तो सरकार को दोबारा राशि खर्च कर इसके मरम्मत कराना पड़ता इसलिए ठेकेदार को ही एक्सप्रेस वे के मरम्मत का जिम्मा दिया गया है। सरकार एक्सप्रेस वे की गुणवत्ता के प्रति गंभीर है।

एक्सप्रेस वे के निर्माण की पोल खुलने के तुरंत बाद सीआरडीसी के जीएम जीएस सोलंकी को तीन माह पहले ही हटा दिया गया था। छह और इस मामले में निपट गए हैं जिनमें एस जाधव, डीजीएम,बेसिक पोस्ट- सीआरडीसी, एक्सीक्यूटिव इंजीनियर। निषेश भट्ट, डिप्टी प्रोजेक्ट मैनेजर,बेसिक पोस्ट- असिसटेंट इंजीनियर (पीडब्ल्यूडी)।एससी आर्या, प्रोजेक्ट मैनेजर,बेसिक पोस्ट- असिस्टेंट इंजीनियर। जतिन सिंह, डीप्रोजेक्ट मैनेजर,बेसिक पोस्ट- असिस्टेंट इंजीनियर सूडा। विवेक सिन्हा, असिस्टेंट प्रोजेक्ट मैनेजर,बेसिक पोस्ट- सीनियर इंजीनियर आरडीए। फरहास फारूकी असिस्टेंट प्रोजेक्ट मैनेजर,बेसिक पोस्ट- सब इंजीनियर नगर निगम।