चीन तेजी से बन रहा प्रतिद्वंद्वी, जलवायु सम्मेलन से पूर्व चीन से वार्ता करेंगे केरी

चीन तेजी से बन रहा प्रतिद्वंद्वी, जलवायु सम्मेलन से पूर्व चीन से वार्ता करेंगे केरी

वाशिंगटन
अमेरिका के एक शीर्ष खुफिया अधिकारी एवरिल हेंस ने सांसदों से कहा है कि चीन तेजी से अमेरिका का निकट प्रतिद्वंद्वी बन रहा है। इस कारण कई क्षेत्रों में अमेरिका के आगे चुनौतियां खड़ी हो गईं है। इसके अलावा चीन वैश्विक नियमों में भी इस तरह से बदलाव कर रहा है जिससे उसकी तानाशाही व्यवस्था को फायदा मिले।

अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक एवरिल हेंस ने अमेरिका के समक्ष दुनियाभर से पैदा हो रहे खतरों को लेकर सीनेट की खुफिया मामलों पर चयन समिति के सदस्यों से कहा, चीन पड़ोसी देशों को भी अपनी ताकत दिखा रहा है। उन्होंने कहा, ताकत का प्रदर्शन करने के लिए चीन अपने पड़ोसी देशों के विवादित क्षेत्रों पर अपना दावा जता रहा है।

हेंस ने कहा कि चीन के अलावा रूस, ईरान और उत्तर कोरिया भी ऐसे देश हैं जो अमेरिका के सामने खतरे पैदा कर रहे हैं। उन्होंने कहा, इराक व सीरिया में लड़ाई का अमेरिकी बलों पर सीधा असर पड़ रहा है जबकि परमाणु संपन्न देश भारत और पाक में तनाव भी दुनिया के लिए चिंता का सबब बना हुआ है। इस्राइल-ईरान में हिंसा, लीबिया में विदेशी ताकतों की गतिविधि और अफ्रीका तथा पश्चिम एशिया समेत अन्य इलाकों में संघर्ष के बढ़ने की आशंका है।

केंद्रीय खुफिया एजेंसी (सीआईए) के निदेशक विलियम बर्न्स ने कहा कि लोकतंत्र का कमजोर होना दुनिया के कई हिस्सों में एक वास्तविक समस्या है। उन्होंने कहा कि यदि इस तरह के शासन में लोगों का भरोसा बहाल किया जाए तो इस प्रवृत्ति को बदला जा सकता है। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि लोकतंत्र में कमी की समस्या दुनिया के कई हिस्सों में वास्तविक है।

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के विशेष दूत जॉन केरी जलवायु परिवर्तन पर चर्चा के लिए चीन में हैं। उनके इस दौरे का मकसद ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन में कमी लाने के लिए बीजिंग का सहयोग प्राप्त करना है। वे अमेरिका में 22-23 अप्रैल को होने वाले वर्चुअल जलवायु सम्मेलन से ठीक पहले शंघाई होटल में अपने चीनी समकक्ष से मुलाकात भी करेंगे।