कोरोना: शरद पवार ने पीएम मोदी के सामने उठाया जमात का मुद्दा, कहा- तूल देना सही नहीं
नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कोरोना वायरस की महामारी पर अलग-अलग दलों के नेताओं के साथ चर्चा की. चर्चा के दौरान लॉकडाउन और पीपीई जैसे मुद्दों पर भी बात हुई. इसमें कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद भी शामिल थे. विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद के मुताबिक तबलीगी जमात को लेकर भी प्रधानमंत्री मोदी और बाकी दलों के नेताओं के बीच बातचीत हुई.
इसी बैठक में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) सुप्रीमो शरद पवार ने तबलीगी जमात का मसला उठाया. प्रधानमंत्री के साथ बैठक में शरद पवार ने तबलीगी जमात को लेकर मीडिया में चल रही खबरों पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि इस मामले को और तूल देना ठीक नहीं है.
शरद पवार ने पीएम मोदी से कहा कि हर दिन टीवी चैनलों पर हो रही चर्चा से देश का माहौल खराब होता है और इन परिस्थितियों में हमें इससे बचना चाहिए. दूसरी ओर गुलाम नबी आजाद ने कहा कि इस पर प्रधानमंत्री ने भी शरद पवार से सहमति जताई.
बता दें, कोरोना वायरस और लॉकडाउन को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को राजनीतिक पार्टियों के नेता सदन के साथ बातचीत की. वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए पीएम मोदी ने बीजेपी, कांग्रेस, डीएमके, एआईएडीएमके, टीआरएस, सीपीआईएम, टीएमसी, शिवसेना, एनसीपी, अकाली दल, एलजेपी, जेडीयू, एसपी, बीएसपी, वाईएसआर कांग्रेस के फ्लोर लीडर्स के साथ कोरोना और लॉकडाउन पर चर्चा की.
बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि राज्य, जिला प्रशासन और विशेषज्ञों ने वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लॉकडाउन के विस्तार का सुझाव दिया है. प्रधानमंत्री ने कहा कि इन बदलती परिस्थितियों में देश को एक साथ अपनी कार्य संस्कृति और कार्यशैली में बदलाव लाने का प्रयास करना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता हर व्यक्ति के जीवन को बचाना है. कोरोना वायरस के कारण हम गंभीर आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहे हैं और सरकार इससे निपटने के लिए प्रतिबद्ध है.
बैठक में विपक्ष के नेताओं ने भी पीएम मोदी से लॉकडाउन बढ़ाने पर सहमति जताई. अब पीएम मोदी एक बार फिर से राज्यों के मुख्यमंत्रियों से चर्चा करेंगे, जिसके बाद लॉकडाउन को लेकर फैसला किया जा सकता है.