कोरोना मामलों में वृद्धि के चलते कच्चे तेल की कीमतें गिर सकती हैं 

कोरोना मामलों में वृद्धि के चलते कच्चे तेल की कीमतें गिर सकती हैं 

नई दिल्ली
भारत और दूसरे देशों में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों ने तेल उत्पादक देशों की चिंताएं बढ़ा दी हैं। महामारी को रोकने के लिए सख्त उपायों को देखते हुए अब ये माना जा रहा है कि इसका असर इकोनॉमी पर पड़ेगा और कच्चे तेल की मांग में भी कमी आएगी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में 0.3 प्रतिशत यानि 17 सेंट्स की गिरावट देखी गई है और यह सोमवार को 66.60 डॉलर एक बैरल पर थी। जबकि पिछले सप्ताह इसमें 6 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई थी। वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट यूनाइटेड स्टेट्स ऑयल में 10 सेंट्स की गिरावट देखी गई है और यह एक बैरल 63.03 डॉलर पर थी।

 कोरोना की नई लहर ने बढ़ाई आशंका कोरोना वायरस को लेकर एएनएड की रिपोर्ट में कहा गया है कि वैक्सीनेशन की प्रक्रिया आगे बढ़ने के बाद विकसित बाजारों में रोड ट्रैफिक में बढ़ोतरी देखी गई है लेकिन उभरती अर्थव्यवस्था वाले देशों जैसे भारत और ब्राजील में एक बार फिर से संक्रमण की बढ़ती संख्या ने आर्थिक रिवकरी को उलट-पुलट दिया है। भारत ने सोमवार को 273,810 कोरोनोवायरस संक्रमणों में वृद्धि दर्ज की, कुल मामलों में 15 मिलियन से अधिक की वृद्धि हुई, जिससे देश अमेरिका के बाद दूसरा सबसे अधिक प्रभावित देश बना, जिसने 31 मिलियन से अधिक संक्रमणों की सूचना दी है। COVID-19 से भारत की मौत रिकॉर्ड 1,619 से बढ़कर लगभग 180,000 हो गई। 

भारत प्रमुख तेल आयातक देशों में है। ऐसा माना जा रहा है कि अगर कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए भारत में सख्त प्रतिबंध लागू किए जाते हैं तो उससे तेल की मांग कम होगी जिसका असर कच्चे तेल की कीमतों पर पड़ेगा। भारत संक्रमण के मामले में दूसरे नंबर पर भारत में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 2,73,810 नए मामले सामने आए थे और कुल मामलों की संख्या डेढ़ करोड़ के पार हो गई है। वर्तमान समय में भारत कोरोना वायरस संक्रमण के मामले में अमेरिका के बाद सबसे ज्यादा प्रभावित देश बन गया है। अमेरिका में 3 करोड़ से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं। 

कोविड-19 के चलते भारत में सोमवार को 1619 लोगों की मौत हुई है जिसके कुल मौतों की संख्या बढ़कर 1.80 लाख को पार कर गई है। देश की राजधानी नई दिल्ली में सोमवार रात से 6 दिनों तक का सख्त लॉकडाउन लगाया गया है। राज्य के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी बन रही है और यह बिल्कुल कगार पर है। अगर केस बढ़ते हैं कि स्थिति आने वाले दिनों में अत्यधिक खराब हो सकती है। वहीं कोरोना वायरस संक्रमण के बाहर से पहुंचने की आशंका को रोकने के लिए हांगकांग ने भारत, पाकिस्तान और फिलीपींस से आने वाली उड़ानों को 20 अप्रैल से बंद करने का फैसला किया है।