कृषि विधेयक पर लालू का मोदी और नीतीश सरकार पर हमला, कहा- बिहार में APMC बंद होने से बढ़ा पलायन
पटना
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने किसानों से संबंधित बिल को लेकर केंद्र और राज्य सरकार पर हमला बोला है। लालू प्रसाद के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से सोमवार को किए गए ट्वीट में आरोप लगाया गया है कि किसान और गरीब विरोधी जदयू-भाजपा ने बिहार में 2006 में ही एपीएमसी बंद कर दिया था। उन्होंने दावा किया है कि उसका दुष्परिणाम यह हुआ कि तब से बिहार सरकार के कुल खाद्यान्न लक्ष्य का एक प्रतिशत भी कभी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर नहीं खरीदा गया। श्री यादव ने कहा कि इससे गरीबी बढ़ी और यह पलायन का मुख्य कारण बना।
इससे पहले उन्होंने दावा करते हुए कहा था कि लालू-राबड़ी के गरीब राज में किसानों को प्रति बीघा मालगुजारी मात्र 3-5 रुपये देने होते थे। वहीं भाजपा नीत नीतीश सरकार में यह राशि बढ़ा कर 300-500 रुपया कर दिया गया जो सीधे किसानों के सीने पर बुलडोज़र चलाने जैसा है। उन्होंने आरोप लगाया कि NDA सरकार शुरू से किसान विरोधी रही है।
कृषि विधेयकर के विरोध में 25 सितंबर बिहार में प्रदर्शन
राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने संसद द्वारा पारित कृषि बिल को किसान विरोधी बताते हुए कहा है कि पार्टी इस बिल का विरोध करती है। कहा कि इस बिल के विरोध में आगामी 25 सितंबर को सभी जिला मुख्यालयों पर राजद द्वारा प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने राज्य सरकार को किसान और गरीब विरोधी बताते हुए कहा कि बिहार में 2006 में ही एपीएमसी बंद कर दिया गया था, जिसका परिणाम यह हुआ कि बिहार सरकार के कुल खाद्यान लक्ष्य के एक प्रतिशत खाद्यान की भी खरीद नहीं हो सकी। यदि एपीएमसी एक्ट में संशोधन से किसानों को लाभ मिलता तो बिहार के किसानों की संपन्नता दिखाई पड़ती। जबकि 2006 के बाद बिहार के किसानों की स्थिति काफी बदतर हो गई है। कहा कि किसान खेती छोड़कर बड़ी संख्या में रोजी-रोटी की तलाश में दूसरे राज्यों में पलायन करने को मजबूर हो रहे हैं।
प्रदेश प्रवक्ता चितरंजन गगन ने बताया कि पार्टी नेतृत्व के निर्देशानुसार कृषि बिल के विरोध में 25 को सभी जिला मुख्यालयों पर पूर्वाहन साढ़े ग्यारह बजे से प्रदर्शन कर इस किसान विरोधी बिल को वापस लेने की मांग की जाएगी।