किर्गिस्तान में फंसे छत्तीसगढ़ के 500 छात्र, राज्यपाल ने केंद्र सरकार से मांगी मदद
रायपुर
छत्तीसगढ़ के 500 छात्रों के मध्य एशियाई देश किर्गिस्तान (Kyrgyzstan) में फंसे होने की खबर सामने आई है. प्रदेश के राज्यपाल ने कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते खतरे को देखते हुए स्टूडेंट्स को भारत लाने के लिए विदेश मंत्री को पत्र लिखा है. साथ ही रामानुजगंज विधायक बृहस्पति सिंह ने भी पत्र लिखकर छात्रों की वापसी के लिए केंद्र और राज्य सरकार से मदद करने की बात कही है. विधायक ने एक पत्र में पूरे छात्रों की जानकारी सरकार को दी है.
छात्रों की भारत वापसी के लिए छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुईया उइके ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर को एक खत लिखा है. खत में उन्होंने किर्गिस्तान में फंसे भारतीय नागरिकों को स्वदेश लाने की व्यवस्था करने की मांग केंद्र सरकार से की है. पत्र में राज्यपाल ने लिखा है कि किर्गिस्तान के मेडिकल कॉलेज में छत्तीसगढ़ के कई जिलों के बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं.
राज्यपाल ने लिखा है कि कोरोना वायरस (COVID-19) के खतरे से बचने के लिए वे लोग भारत आना चाहते हैं. फिलहाल, किर्गिस्तान में 500 छात्र और हजारों की संख्या में भारतीय नागरिक हैं जो भारत आना चाहते हैं. राज्यपाल ने अपने खत में केंद्र सरकार से सभी की वापसी के लिए व्यवस्था करने की मांग की है.
जानकारी के मुताबिक, रामानुजगंज विधायक बृहस्पति सिंह के बेटे भी किर्गिस्तान में पढ़ाई कर रहे हैं. अपने पत्र में विधायक ने लिखा है कि छत्तीसगढ़ के 500 छात्र स्वदेश वापस आने चाहते हैं. बृहस्पति सिंह ने छात्रों की वापसी के लिए केंद्र सरकार से मदद मांगी है. साथ ही रामानुजगंज विधायक बृहस्पति सिंह ने तकरीबन 80 छात्रों का मोबाइल नंबर और पता भी दिया है जो किर्गिस्तान में फंसे हैं.