उत्तर कोरिया के साथ खराब समझौता नहीं: US के नए विदेश मंत्री बोले

वॉशिंगटन 
सीआईए के पूर्व निदेशक माइक पोम्पियो ने बुधवार को अमेरिका के नए विदेश मंत्री के रूप में शपथ ले ली. 54 वर्षीय पोम्पियो अमेरिका के 70वें विदेश मंत्री हैं. पोम्पियो के औपचारिक शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पहली बार विदेश विभाग आए.

पोम्पियो ने रेक्स टिलरसन का स्थान लिया, जिन्हें ट्रंप ने मार्च में पद से हटा दिया था. टिलरसन की ओर से उत्तर कोरिया, ईरान और रूस के साथ संबंधों पर सार्वजनिक तौर पर की गई टिप्पणी से ट्रंप नाराज थे.

कौन हैं माइक पोम्पियो 

माइक पोम्पियो का जन्म अमेरिका के कैलोफोर्निया में हुआ था. इससे पहले वह सीआईए के निदेशक रह चुके हैं. वे 2011 से 2017 तक अमेरिकी कांग्रेस के सदस्य भी रहे थे. वे रिपब्लिकन पार्टी के संबंधित टी पार्टी मूवमेंट के भी सदस्य हैं.

शपथ ग्रहण के बाद पोम्पियो ने कहा कि अमेरिका के लिए उत्तर कोरिया के साथ खराब समझौता कोई विकल्प नहीं है. साथ ही, उन्होंने यह भी वादा किया कि ट्रंप प्रशासन पूर्व में की गई गलतियों को नहीं दोहराएगा.

ट्रंप के खास पोम्पियो

पोम्पियो ने कहा कि हमने अपने समक्ष पेश चुनौतियों के बारे में सच बोलकर और उनका सामना कर बेहतरीन काम किया है, लेकिन मजबूत देशों के साथ साझेदारी करना अमेरिका और विश्व को अधिक समृद्ध तथा सुरक्षित बनाएगा.

उन्होंने कहा कि कोरियाई प्रायद्वीप को परमाणु निरस्त्रीकरण बनाने के लक्ष्यों को हासिल करने के अमेरिकी प्रयास अभी शुरुआती चरण में ही है और अभी यह सप्ष्ट नहीं है कि ये प्रयास फलदायक ही होंगे. पोम्पियो ने यह भी कहा कि वह विदेश विभाग को उसका 'स्वैगर' वापस दिलाएंगे.

इस अवसर पर राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि माइक पोम्पियो सच्चे अमेरिकी देशभक्त हैं. यह पोम्पियो ही हैं जिन्होंने पिछले महीने गुपचुप तरीके से उत्तर कोरिया का दौरा किया और किम जोंग उन से मुलाकात की थी.