अयोध्या मामले के बाद प्रदेश में किसी भी प्रकार की अप्रिय स्तिथि नहीं बनी, CM नाथ ने प्रदेशवासियों का किया आभार व्यक्त

अयोध्या मामले के बाद प्रदेश में किसी भी प्रकार की अप्रिय स्तिथि नहीं बनी, CM  नाथ ने प्रदेशवासियों का किया आभार व्यक्त

भोपाल
अयोध्या मामले में आये सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद प्रदेश में किसी भी प्रकार की अप्रिय स्तिथि नहीं बनी| पुलिस की कड़ी चौकसी और पुलिस मुख्यालय से लगातार मॉनिटरिंग के चलते प्रदेश में शांति का माहौल रहा| मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इसको लेकर प्रदेशवासियों का आभार व्यक्त किया है| बुधवार को सीएम ने ट्वीट कर कहा एक बार फिर प्रदेश की जनता ने बता दिया कि प्रदेश शांति का टापू है और सदैव रहेगा। कोई भी फ़िरक़ापरस्त ताक़ते हमारे भाईचारे को कम नहीं कर सकती है।

हम एक थे - एक रहेंगे। बता दें कि फैसले के बाद कमलनाथ अपने सभी कार्यक्रम रद्द करते हुए लगातार प्रदेश की कानून व्यवस्था की जानकारी ले रहे थे| वे पीएचक्यू भी पहुंचे और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया| फैसले से पहले और बाद में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश वासियों से शांति बनाये रखने की अपील की थी|

मुख्यमंत्री नाथ ने ट्वीट कर कहा 'प्रदेश की जनता ने एक बार फिर गंगा-जमुनी संस्कृति का परिचय देकर मिसाल पेश की है। अयोध्या फ़ैसले के बाद प्रदेश की जनता ने सद्भाव , शांति , भाईचारे का पैग़ाम देकर देश भर में एक उदाहरण पेश किया है। मैं प्रदेश की जनता का , सभी वर्गों का , क़ानून व्यवस्था के पालन में लगे सभी छोटे-बड़े अधिकारी गण ,कर्मचारी गण , समस्त पुलिसकर्मियों , मीडिया जगत का भी आभार मानता हुँ कि जिन्होंने प्रदेश के भाईचारे, अमन-चैन , शांति , सोहाद्र को लेकर अपना सहयोग प्रदान किया।

कमलनाथ ने आगे लिखा 'यह अवसर ऐसा था जब बिभिन्न धर्मों के उत्सव का समय था लेकिन उन्होंने भी आगे बढ़कर क़ानून व्यवस्था में सहयोग प्रदान करते हुए अपने आयोजन , जुलूस , नगर कीर्तन तक निरस्त कर नज़ीर पेश की , भले इसके लिये उन्हें असुविधा भी हुई  क्योंकि उनकी कई दिनो की तैयारियाँ थी,  लेकिन प्रदेश हित को सर्वोपरि मानते हुए व प्रदेश के अमन-चैन व सोहाद्र के लिये उन्होंने यह निर्णय लिया। उनका भी मै ह्रदय से आभार व्यक्त करता हुँ। एक बार फिर प्रदेश की जनता ने बता दिया कि प्रदेश शांति का टापू है और सदैव रहेगा। कोई भी फ़िरक़ापरस्त ताक़ते हमारे भाईचारे को कम नहीं कर सकती है। हम एक थे - एक रहेंगे।