अब IPO लाने की मिली मंजूरी, इस फार्मा कंपनी में 74% चीनी निवेश

अब IPO लाने की मिली मंजूरी, इस फार्मा कंपनी में 74% चीनी निवेश

 
जल्द एक और बड़ा आईपीओ ओपन होने जा रहा है. शेयर बाजार रेगुलेटरी SEBI ने Gland Pharma को 6,000 करोड़ रुपये के IPO इश्यू के लिए मंजूरी दे दी है. अब जल्द ही यह फार्मा कंपनी आईपीओ ओपन करने की तारीख का ऐलान करने वाली है. 

आईपीओ के नजरिये से साल 2020 अबतक शानदार
 दरअसल आईपीओ के नजरिये से साल 2020 अबतक शानदार रहा है. इस साल किसी फॉर्मा कंपनी का यह पहला आईपीओ है. Gland Pharma ने IPO के जरिये 6 हजार करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है. 

ग्लैंड फार्मा का आईपीओ
इस IPO के तहत 1,250 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू हो सकता है, जबकि 4,750 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) रखा जा सकता है. IPO के लीड मैनेजर में सिटी, नोमुरा और कोटक महिंद्रा बैंक हैं. माना जा रहा है कि यह IPO अगले महीने आ जाएगा.

इस कंपनी में 74% चीनी निवेश
इस फार्मा कंपनी में शंघाई फोसन फार्मा की मेजोरिटी हिस्सेदारी है. हॉन्ग कॉन्ग में लिस्टेड फोसन फार्मा ने अक्टूबर 2017 में ग्लैंड फार्मा में 74 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी. फोसन फार्मा ने प्राइवेट इक्विटी फर्म केकेआर से ग्लैंड फार्मा की हिस्सेदारी खरीदी थी और इसके लिए चीनी कंपनी ने 1.09 बिलियन डॉलर का निवेश किया. 
 
भारतीय कारोबार को बढ़ाने की योजना
यह हाल के समय का सबसे बड़ा IPO है. इस इश्यू के जरिये Fosun group और कंपनी के भारतीय फाउंडर अपनी हिस्सेदारी बेचेंगे. इस आईपीओ से मिलने वाले ज्यादातर पैसे का इस्तेमाल कंपनी भारतीय कारोबार को बढ़ाने के लिए और वर्किंग कैपिटल जरूरतों को पूरा करने के लिए करेगी.

कंपनी का कारोबार
यही नहीं, ग्लैंड फार्मा की IPO इश्यू लाने की योजना पूरी होती है तो ये किसी चाइनीज कंपनी की मेजोरिटी हिस्सेदारी वाली एक भारतीय कंपनी का पहला बड़ा IPO इश्यू होगा. बता दें, ग्लैंड फार्मा हैदराबाद की कंपनी है. इसकी स्थापना 1978 में पीवीएन राजू ने की थी. कंपनी जेनरिक इंजेक्टेबल फार्मा प्रोडक्ट बनाती है.