होशंगाबाद में 1 दिन में ही 25 कोरोना पॉजिटिव स्वस्थ होकर डिस्चार्ज

होशंगाबाद में 1 दिन में ही 25 कोरोना पॉजिटिव स्वस्थ होकर डिस्चार्ज

भोपाल

होशंगाबाद जिले में कोरोना संक्रमण से स्वस्थ होने वाले व्यक्तियों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। गुरुवार को जिले में 25 कोरोना पॉजिटिव व्यक्तियों को स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज किया गया है।  डिस्चार्ज होने वाले मरीजों में जिले के पिपरिया के रहने वाले 3, इटारसी के 8, केसला के  1 ,सिवनी मालवा के  6, होशंगाबाद के 6 और बनखेड़ी के  एक कोरोना संक्रमित व्यक्ति  को स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज किया गया ।जिले में अब तक 308 कोरोना संक्रमित मरीज पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर लौट चुके  हैं। वर्तमान में जिले में 111 एक्टिव केस हैं।

कोरोना संक्रमण से निपटने के चार प्रमुख  स्तंभ आईडेंटिफिकेशन ,आइसोलेशन ,टेस्टिंग एवं ट्रीटमेंट पर जिला प्रशासन द्वारा विशेष फोकस किया गया है। नये कोरोना संक्रमित मरीजों को  शीघ्र कांटेक्ट ट्रेसिंग कर उन्हें  संस्थागत क्वारेंटाइन किया जा रहा है। सर्दी, खांसी, बुखार  व कोरोना  संदिग्ध  मरीजों की प्राथमिक स्टेज में ही पहचान की जा रही है तथा उन्हें आइसोलेट कर नियमानुसार टेस्टिंग व ट्रीटमेंट का कार्य गंभीरता से किया जा  रहा है।

कोविड केयर सेंटर में किए गए बेहतर इंतजाम

 जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए  कोविड  केयर सेंटर बनाए गए। जिला प्रशासन द्वारा सभी कोविड केयर सेंटरों में समुचित व्यवस्थाएं चाक-चौबंद की गई हैं। मरीजों को गुणवत्तायुक्त भोजन एवं समय पर दवाइयाँ देने के साथ ही  आयुष औषधियों का प्रतिदिन सुबह-शाम सेवन कराया जा रहा है। फलस्वरूप कोरोना संक्रमित मरीज शीघ्र स्वस्थ हो रहे हैं। मरीजों के मनोरंजन के लिए टीवी, पुस्तकें एवं अन्य रोचक सामग्रियां उपलब्ध कराई गईं हैं। कलेक्टर धनंजय सिंह द्वारा  सभी कोविड केयर सेंटर एवं क्वारेंटाइन केद्रों पर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं  की सतत मॉनिटरिंग की जा रही है

138 टीमों द्वारा निरंतर स्क्रीनिंग एवं सर्वे

जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिये  बनाई गई कुल 138 प्रशासनिक एवं स्वास्थ्य  की संयुक्त टीम द्वारा निरंतर कोरोना संबंधी स्क्रीनिंग एवं सर्वे का काम  युद्ध-स्तर पर किया जा रहा है। कुल 16 मेडिकल मोबाइल यूनिट एवं 14 रेपिड रेस्पॉन्स टीमें गठित की गई हैं जिनके द्वारा  कोरोना संक्रमित  मरीजों की फर्स्ट कांटेक्ट  ट्रेसिंग कर उन्हें क्वॉरेंटाइन करने एवं उनकी टेस्टिंग तत्परता से की जा रही है।