स्कूल में डेस्क पर बच्चों के लिखे होंगे नाम और रोल नंबर, जानिए क्लास और क्या बदलाव

स्कूल में डेस्क पर बच्चों के लिखे होंगे नाम और रोल नंबर, जानिए क्लास और क्या बदलाव

लखनऊ
कोरोना संक्रमण के चलते बंद पड़े शहर के स्कूल आगामी 19 अक्तूबर से बच्चों के लिए खुलने जा रहे हैं। पहले चरण में कक्षा 9 से 12 तक के बच्चों को बुलाया जा रहा है। इसको लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। जिला विद्यालय निरीक्षक से लेकर स्कूलों तक के स्तर पर कवायद शुरू हो गई है। 

यूपी अनएडेड स्कूल्स एसोसिएशन की ओर से साफ किया गया है कि बच्चों के स्कूल में प्रवेश से लेकर जाने तक शासन के निर्देश पर बनी एसओपी का पालन किया जाएगा। अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने बताया कि परीक्षा की तरह यहां भी अब बच्चे के बैठने तक का स्थान निर्धारित किया जाएगा। बकायदा, डेस्क पर नाम और रोल नम्बर तक लिखा जाएगा। इसके अलावा, बिना अभिभावक के सहमति पत्र के किसी भी छात्र को स्कूल परिसर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। अनिल अग्रवाल ने बताया कि स्कूलों के स्तर पर कवायद शुरू कर दी गई है। बकायदा , सैनिटाइजेशन टनल्स तक लगाए जा रहे हैं। 

एडेड स्कूलों में सामने आ रही परेशानी : एडेड स्कूलों की ओर से आपत्तियां जताई जा रही हैं। एडेड स्कूल प्रबंधनों का कहना है कि सैनिटाइजेशन से लेकर अन्य व्यवस्थाओं के लिए बजट उपलब्ध नहीं है। ऐसे में बच्चों के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं कर पाना मुश्किल होगा। 

ऐसे स्कूल शुरू करने की है तैयारी  

- स्कूल संचालन के लिए निर्धारित मानक दो शिफ्टों में प्रस्तावित स्कूल की समय सारणी : सुबह  8  से 11  बजे और दोपहर 12 से 3 बजे तक । 
-  छात्रों के प्रवेश के लिए प्रत्येक स्कूल में न्यूनतम 2 गेट्स खोले जायेंगे। 
-  सैनीटाइजेशन चैम्बर  स्थायी रूप से प्रवेश और निकास द्वार के साथ वाशरूम के पास रखा जाना चाहिए । 
- यदि छात्र दिना मास्क और सैनिटाइजर के आएंगे तो प्रवेश वर्जित होगा । 
- स्कूल के सभी गेट्स पर 50 मीटर्स तक   गोले बनाए जाएंगे । इससे आते समय बच्चे सामाजिक दूरी का पालन कर सके ।
-  दोनों पालियों में आने वाले सभी छात्रों का कक्षा एवं सेक्शन के आधार पर रिकार्ड तैयार किया जायेगा । 
-  छात्रों को गेट पर ही थर्मल स्कैनर की मदद से उनका टेम्परेचर देखा जाएगा एवं उनके हाथों को सैनिटाइज किया जाएगा । 
- छात्र सीधे अपनी कक्षाओं में जाएंगे । 
- प्रत्येक डेस्क पर उस पर बैठने वाले छात्र का नाम लिखा जाएगा , जिससे कक्षा में किसी भी प्रकार का संशय न हो । 
 - सभी छात्रों को अपनी खुद की स्टेशनरी और पुस्तकें ले जानी चाहिए । कोई उधार लेने की अनुमति नहीं होगी।

डीआईओएस बोले, स्कूलों को देना होगा प्रमाण पत्र

जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि मंगलवार से राजधानी के सभी सरकारी, सहायता प्राप्त और निजी स्कूल के प्रबंधन/प्रधानाचार्यों के साथ तैयारियों को लेकर बैठक आयोजित की जाएगी। तैयारियों को लेकर समीक्षा होगा। 17 और 18 अक्तूबर को सभी स्कूलों की तैयारियों के संबंध में जांच होगी। बकायदा स्कूलों से एक प्रमाण पत्र लिया जाएगा। उसमें स्कूल प्रबंधन को कोविड संबंधी एसओपी के तहत सफाई , सैनिटाइजेशन से लेकर कोरोना हेल्प डेस्क तक स्थापित किए जाने के संबंध में लिखकर देना होगा। उन्होंने बताया कि 19 और 20 अक्तूबर को स्कूलों का औचिक निरीक्षण भी किया जाएगा।