सायरा बानो बीजेपी में हुईं शामिल
देहरादून
तीन तलाक के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में लंबी लड़ाई लड़नेवाली सायरा बानो बीजेपी में शामिल हो गई हैं। राज्य बीजेपी अध्यक्ष बंसीधर भगत की मौजूदगी में वह पार्टी में शामिल हो गईं। उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर की रहने वाली सायरा बानो (38) कहती हैं कि वह अल्पसंख्यक समुदाय के बीच बीजेपी के बारे में मौजूद गलतफहमियां दूर करना चाहती हैं।
जब सायरा से पूछा गया कि क्या वह चुनाव लड़ेंगी तो उनका कहना था, वह चुनाव लड़ने के मकसद से बीजेपी में नहीं आई हैं लेकिन अगर बीजेपी उन्हें टिकट देगी तो वह इनकार नहीं करेंगी। सायरा ने कहा, 'मेरी पार्टी मुझसे जो कहेगी वह मैं करूंगी।'
इस मौके पर भगत ने कहा, 'ऐसी सशक्त महिला जो सदियों पुरानी कुप्रथा को बदलने की क्षमता रखती है वह पार्टी को ऊंचाइयों तक ले जाएगी। सायरा को सफल भविष्य की शुभकामनाएं, उम्मीद है कि जिस निष्ठा से उन्होंने अपने हक की लड़ाई लड़ी उसी लगन से वह पार्टी के लिए भी काम करेंगी।
इससे पहले सायरा कई बार बीजेपी में शामिल होने की इच्छा जाहिर कर चुकी थीं। इस पर राजनीतिक गलियारों में तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं भी सामने आईं। एक तरफ जहां बीजेपी ने उनके इस बयान का स्वागत किया था वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने इसे मुस्लिम महिला वोटर्स को लुभाने के लिए बीजेपी का राजनीतिक कदम करार दिया था।
सायरा बानो ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दायर कर
ट्रिपल तलाक और निकाह हलाला के चलन की संवैधानिकता को चुनौती दी थी। साथ ही, उनकी याचिका में मुस्लिमों में प्रचलित बहुविवाह प्रथा को भी गलत बताते हुए उसे खत्म करनी की मांग की गई थी।
अर्जी में सायरा ने कहा था कि तीन तलाक संविधान के अनुच्छेद 14 और 15 के तहत मिले मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है। बानो ने कुमायूं यूनिवर्सिटी से समाजशास्त्र में एमए किया है। 2001 में उनकी शादी हुई। 10 अक्टूबर 2015 को उनके पति ने तलाक दे दिया था। तलाक के बाद वह अपने पैरंट्स के साथ रह रही हैं।