महागठबंधन में सीट शेयरिंग के मुद्दे पर घमासान तेज

महागठबंधन में सीट शेयरिंग के मुद्दे पर घमासान तेज

   पटना
बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव (Bihar Vidhansabha Chunav 2020) को लेकर अब ज्यादा समय नहीं रह गया है। ऐसे में सभी प्रमुख सियासी दल अपनी-अपनी रणनीति बनाने जुटे हुए हैं। हालांकि, विपक्षी दलों के महागठबंधन में सबकुछ ठीक नहीं होने की चर्चा सामने आ रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि महागठबंधन को छोड़कर पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा को गए अभी कुछ ही दिन गुजरे हैं। इस बीच राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी (आरएलएसपी) की भी नाराजगी के खबरें सामने आने लगी है।

महागठबंधन में अब कुशवाहा ने जताई नाराजगी
जानकारी के मुताबिक, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के मुखिया और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने सीट शेयरिंग के मुद्दे पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने गुरुवार को आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव से मामले में फैसला लेने की अपील की है। कुशवाहा ने कहा कि आरजेडी महागठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी है, इसलिए जिम्मेदारी भी उसकी अधिक है। ऐसे में उन्हें ही आगे आकर सबकुछ ठीक करना होगा।

लालू यादव से दखल देने की अपील
पटना में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि महागठबंधन में अभी कई बातों पर स्पष्टता नहीं है, इसलिए लालू यादव को खुद आगे आकर सब बातों पर स्थिति साफ करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विपक्षी गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते आरजेडी की जिम्मेदारी भी सबसे अधिक है। उन्होंने ये भी कहा कि कुछ अंदर की बातें हैं जिसे बताना ठीक नहीं है।

'एक-दो सीटें कम मिलती हैं तो कोई बात नहीं'
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बिहार की जनता बदलाव चाहती है, ऐसे में इसको लेकर ठोस रणनीति बनाने की जरूरत है। ये तभी संभव होगा जब खुद आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद इसमें हस्तक्षेप करें। सीट बंटवारे को लेकर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि ये कोई मामला नहीं है। एक से दो सीट कम भी अगर मिलती हैं तो कोई बात नहीं है। समुद्र मंथन में निकले अमृत को महागठबंधन के दूसरे दल पी लें, आरएलएसपी विष पीने के लिए तैयार है।

नीतीश से मुलाकात के बाद मांझी का एनडीए में जाना तय
दूसरी ओर, महागठबंधन से अलग हुए जीतनराम मांझी का एनडीए में शामिल होना लगभग तय माना जा रहा है। गुरुवार को जीतन मांझी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर पहुंचे और उनसे लंबी मुलाकात की। इस दौरान मांझी के एनडीए में आने पर सहमति बन गई है। सीएम नीतीश और मांझी की हुई बैठक में तय हुआ है कि 31 अगस्त तक सीटों के बंटवारे पर चर्चा हो जाएगी।