मध्यप्रदेश आत्मनिर्भर कैसे बने इसके लिए चार मंत्रिसमूह बनाए

मध्यप्रदेश आत्मनिर्भर कैसे बने इसके लिए चार मंत्रिसमूह बनाए


भोपाल। मध्यप्रदेश आत्मनिर्भर कैसे बने इसके लिए बने चार समूहों को मिली अनुशंसाओं पर विचार कर उन्हें अंतिम रूप देने के लिए राज्य सरकार ने चार मंत्रिसमूह बनाए है। मंत्री समूह 25 अगस्त तक अपनी अनुसंशाएं सीएम को देगा।

आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के लिए अधोसंरचना की जिम्मेदारी लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव को दी गई है। भार्गव समिति के अध्यक्ष होंगे उनके साथ तुलसीराम सिलावट, यशोधरा राजे सिंधिया,भूपेन्द्र सिंह, एदल सिएंह कंषाना, विश्वास सारंग, प्रद्युम्न सिंह तोमर, प्रेम सिंह पटेल, भारत सिंह कुशवाहा, सुरेश धाकड़ को सदस्य बनाया गया है। अपर मुख्य सचिव आईसीपी केशरी इस समूह के सचिव होंगे।

प्रदेश में सुशासन लाने के लिए बने मंत्री समूह में गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा को अध्यक्ष बनाया गया है। उनके अलावा इस समूह में विजय शाह, बिसाहूलाल  भूपेन्द्र सिंह, कमल पटेल, गोविंद सिंह राजपूत, बृजेन्द्र प्रताप सिंह, डॉ महेन्द्र सिंह सिसोदिया, ओमप्रकाश सकलेचा, अरविंद भदौरिया को सदस्य बनाया गया है। अपर मुख्य सचिव एसएन मिश्रा इस समूह के सचिव होंगे।

अर्थव्यवस्था तथा रोजगार के लिए बने मंत्री समूह में वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा को अध्यक्ष बनाया गया है। उनके अलावा इस समूह में यशोधरा राजे सिंधिया, मीना सिंह, कमल पटेल, ओमप्रकाश सकलेचा, हरदीप सिंह डंग, राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, भारत सिंह कुशवाहा, बृजेन्द्र सिंह यादव, गिरार्ज दंडोतिया को सदस्य बनाया गया है। अपर मुख्य सचिव राजेश राजौरा इस समूह के सचिव होंगे।

 प्रदेश में स्वास्थ्य और शिक्षा को लेकर किस फार्मूले पर काम करना है यह तय करने की जिम्मेदारी चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग को मंत्रीसमूह का अध्यक्ष बनाकर सौपी गई है। इस समूह में इमरती देवी, डॉ प्रभुराम चौधरी, उषा ठाकुर, डॉ मोहन यादव,इंदार सिंह परमार, रामखेलावन पटेल, रामकिशोर कांवरे, ओपीएस भदौरिया को शामिल किया गया है। अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान इस समूह के सचिव होें।