नवरात्री में श्रद्धालु नहीं कर सकेंगे देवी व मनोकामना ज्योती के दर्शन

रतनपुर
छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध शक्ति पीठ मंदिरों में से एक महामाया मंदिर में नवरात्री में श्रद्धालु देवी और मनोकामना ज्योती के दर्शन नहीं कर सकेंगे। लेकिन इस बार मनोकामना ज्योती वे प्रज्ज्वलित कर सकेंगे। कोरोना संक्रमण काल में भी भक्तों की भीड़ को देखते हुए महामाया मंदिर ट्रस्ट ने यह  निर्णय लिया। और कलेक्टर  को इसकी जानकारी दी।

मंदिर ट्रस्ट के निर्णय व सिफारिश  पर बिलासपुर कलेक्टर ने इस बार सिद्ध शक्तिपीठ मां महामाया मंदिर के पट शारदीय नवरात्र पर आम श्रद्धालुओं के लिए खोलने से इंकार कर दिया है। यानी चैत्र नवरात्रि की तरह इस बार शारदीय नवरात्रि में भी मंदिर के पट सामान्य श्रद्धालुओं के लिए नहीं खुले रहेंगे। इस समय सामान्य दिनों में प्रतिदिन 5000 और रविवार को 10000 श्रद्धालु पहुंच रहे हैं ।माना जा रहा है कि पंचमी से ही श्रद्धालुओं की संख्या लाखों में पहुंच जाएगी। ऐसे में महामाया मंदिर ट्रस्ट ने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं पर नियंत्रण उनके बस की बात नहीं है ,इसलिए नवरात्र पर विधि विधान के साथ देवी की पूजा अर्चना तो होगी लेकिन यहां श्रद्धालुओं का प्रवेश वर्जित होगा। देवी के दर्शन के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया जाएगा फेसबुक और अन्य माध्यम पर लाइव वीडियो स्ट्रीमिंग की जाएगी ।सोमवार को महामाया मंदिर ट्रस्ट कार्यालय में कलेक्टर सारांश मित्तर की मौजूदगी में ब्लॉक, जिला के अधिकारियों के साथ स्थानीय नागरिकों और महामाया मंदिर ट्रस्ट की अहम बैठक में यह फैसला लिया गया। हालांकि इसकी उम्मीद पहले से ही थी। एक तरफ जहां नवरात्र पर श्रद्धालु देवी की उपासना और दर्शन नहीं कर पाएंगे तो वही इसका सबसे बड़ा खामियाजा स्थानीय व्यापारियों को उठाना पड़ेगा। खास कर मंदिर मार्ग में मौजूद दुकान संचालकों की उम्मीद पर एक बार फिर से पानी फिर गया है। इन्हें चैत्र नवरात्र में भी भारी घाटा उठाना पड़ा था जिसकी भरपाई की उम्मीद कर रहे दुकान संचालकों के लिए यह खबर वज्रपात साबित हुआ है ।लेकिन संकट को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय जरूरी था । कलेक्टर ने भी माना कि देश भर में प्रतिदिन 90,000 से अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं । ऐसे में प्रशासन कोई भी अतिरिक्त जोखिम नहीं ले सकता। जब तक स्थिति सामान्य न हो जाए तब तक आम लोगों को भी सहयोग करना होगा। हालांकि श्रद्धालुओं की भावनाओं का ध्यान रखते हुए शारदीय नवरात्र में मंदिर में मनोकामना ज्योति कलश प्रज्वलित किए जाएंगे लेकिन श्रद्धालु इनके दर्शन नहीं कर पाएंगे । यह मंदिर की आय का भी बड़ा साधन है इसलिए महामाया मंदिर ट्रस्ट ने इसे जारी रखने का फैसला लिया है।