गरीब-मज़दूरों की लड़ाई जब भी लड़ी कांग्रेस ने ही लड़ी: दिग्विजय सिंह 

गरीब-मज़दूरों की लड़ाई जब भी लड़ी कांग्रेस ने ही लड़ी: दिग्विजय सिंह 

नई दिल्ली
कृषि बिल के खिलाफ देश के कई हिस्सों में विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं। इसको लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने एक ट्वीट किया है और हमेशा गरीब-मज़दूरों की लड़ाई लड़ने की बात कहते हुए पार्टी की तारीफ की है। दिग्विजय ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का एक ट्वीट शेयर करते हुए यह बात कही, जिसके बाद यूजर्स ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया।

दिग्विजय ने लिखा ” राहुल गांधी जी को किसानों की आवाज़ उठाने के लिए बधाई। कॉंग्रेस को अब सोशल मीडिया से ज़मीन पर उतर कर किसानों विरोधी क़ानून के ख़िलाफ़ सत्याग्रह का रास्ता लेना पड़ेगा।” उन्होने एक और ट्वीट करते हुए लिखा “चाहे सरदार वल्लभ भाई पटेल के नेतृत्व में गुजरात में खेडा़ का आंदोलन हो, बारडोली का आंदोलन हो या गॉंधी जी के नेतृत्व में नील की खेती के ख़िलाफ़ चम्पारण का आंदोलन हो कॉंग्रेस ने ही गरीब मज़दूर व किसान की लड़ाई लड़ी है।”

दिग्विजय के यह ट्वीट करते ही यूजर्स ने उन्हे निशाने पर ले लिया और ट्रोल करने लगे। कांग्रेस नेता के ट्वीट पर मनीष कुमार नाम के एक यूजर ने लिखा “महोदय यह बताने कस्ट करेंगे कि कांग्रेस ने किससे किसानों की लड़ाई लड़ी। जब पूरे टाइम शासन काँग्रेस का ही था तो कांग्रेस, कांग्रेस से ही लड़ाई लड़ती रही। जैसे राहुल जी जैसा किसान से आलू की फैक्ट्री लगवा के उसके बाद खेतो में टाइल्स लगवा दिया। इसके लिए भी बड़ा आंदोलन किये होंगे आप।”

एक यूजर ने लिखा “कांग्रेस 60 साल तक सत्ता में रहकर सिर्फ लड़ाई ही लड़ती रही। अगर सच मे प्रयास किये होते तो ना गरीबी होती ना किसानों के इतनी खराब हालत होती।” एक अन्य यूजर ने लिखा “गाँधीजी ने आजादी केबाद कांग्रेस को खत्म करनेको बोला था,यह बात क्यों नहीं मानी गयी।शायद फिर आप के मालिकों की कमाई कहाँ से होती।आप ईमानदार होकर भी भ्र्ष्टाचार से घिरी पार्टी में शामिल हैं अतः आप भी भ्र्ष्टाचार का परोक्ष रूप से समर्थन करते हैं।आप की पार्टी अपने कर्मों से डूब रही है।”