खूब पढ़ो अभियान: कहानी-उपन्यास से विकसित करेंगे भाषा कौशल
भोपाल
कोरोना के कारण एक ओर स्कूल-कॉलेज बंद पड़े है जिसके चलते बच्चों की पढ़ाई नहीं हो पा रही है ऐसे में स्कूल शिक्षा विभाग बच्चों में रीडिंग हेबिट विकसित करने खूब पढ़ो अभियान शुरू करने जा रहा है। चौबीस अगस्त से इस अभियान की शुरूआत होगी। राज्य शिक्षा आयुक्त लोकेश जाटव ने इस अभियान को शुरू करने के लिए प्रदेश के सभी परियोजना समन्वयकों को विस्तृत निर्देश जारी किए है।
अभियान का पहला चरण 24 अगस्त से शुरू होगा और 24 सितंबर को समाप्त होगा। इस अभियान के तहत स्कूली बच्चों को घर में ही उपलब्ध सीखने के साधनों जैसे पाठ्यपुस्तक, अखबार, गीत कहानी की पुस्तक और उपन्यास का उपयोग करते हुए भाषा कौशल विकसित करने और उसे निरंतर रखने हेतु प्रत्येक बच्चे के पालक, भाई, बहन और अभिभावक द्वारा यह गतिविधियां संचालित कराई जाएंगी।
घर में बच्चे अपनी पाठयपुस्तक से रोजाना एक कहानी या कविता पढ़ेंगे। पढ़ते समय घर के सदस्य मौजूद रहेंगे। उच्चारण की शुद्धता पर इसमें ध्यान दिया जाएगा। नवीन शब्दों के अर्थ खोजेंगे, कहानी आगे बढ़ाएं, कहानी पर चर्चा, प्रश्न कर कहानी के पात्र के रूप में स्वयं को शामिल करते हुए कहानी पर अभिनय कर पढ़ना सीखेंगे। घर में बड़े भाई-बहन आसपड़ोस के लोगों की मदद से रोजाना एक पेज हिन्दी और अग्रेजी का शुद्धलेख करेंगे। इसके साथ एक पेज हिंदी और अंगे्रजी का देखकर लिखने का अभ्यास करेंगे।
बच्चे आपस में मिलकर यह खेल खेलेंगे कि एक मिनट में अधिकतम कितने शब्द पढ़ कर समझ सकते है। घड़ी या मोबाइल देखकर यह खेल बारी-बारी से सभी बच्चे खेल सकते है।
बच्चे सी उच्चारण के साथ शब्द बोल सके इसके लिए कक्षा तीन से पांच के लिए 45 शब्द और कक्षा 6 से 8 के लिए लिए साठ शब्द प्रतिमिनट का मापदंड रहेगा। नवीन शब्दावली समझ के लिए कक्षा तीन से पांच के बच्चे रोजाना दो से चार नवीन शब्द प्रतिदिन और कक्षा छह से आठ के बीच के बच्चे रोजाना पांच से दस नवीन शब्द समझने का प्रयास करेेंगे।