कोरोना के खतरों से निपटने के लिए चुनाव आयोग का आदेश, प्रत्येक सेक्टर अधिकारी के साथ रहेगी डॉक्टर की तैनाती

कोरोना के खतरों से निपटने के लिए चुनाव आयोग का आदेश, प्रत्येक सेक्टर अधिकारी के साथ रहेगी डॉक्टर की तैनाती

मुजफ्फरपुर 
विधानसभा चुनाव में कोरोना के खतरों से निपटने के लिए चुनाव आयोग नित्य नई तैयारी कर रहा है। नये-नये आदेश दिये जा रहे हैं। अब आयोग ने कहा है कि विधानसभा चुनाव में तैनात होने वाले प्रत्येक सेक्टर अधिकारी के साथ एक डॉक्टर की भी प्रतिनियुक्ति की जाए। आयोग के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने राज्य से लेकर जिला स्तर तक नोडल अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति कर दी है। अनुमान है कि विधानसभा चुनाव में स्वास्थ्य संबंधी समस्या की मॉनिटरिंग के लिए करीब आठ हजार से अधिक डॉक्टर तैनात किये जायेंगे।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने स्टेट हेल्थ नोडल अधिकारी की तैनाती कर दी है। स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सचिव संजीव कुमार ने स्टेट हेल्थ नोडल अधिकारी के तौर पर डॉ. नवीन चंद्र प्रसाद की प्रतिनियुक्ति का आदेश जारी कर दिया है। साथ ही सभी जिलों को सिविल सर्जन को डिस्ट्रिक्ट नोडल अधिकारी नामित किया है। संयुक्त सचिव ने सभी सिविल सर्जन को चुनाव के दौरान डॉक्टर की तैनाती के संबंध में भी निर्देश दिए हैं। सेक्टर अधिकारियों के साथ तैनात डॉक्टर बूथ पर मतदाताओं के साथ होने वाली स्वास्थ्य संबंधी समस्या के निपटारे में अपना योगदान देंगे। आदेश के बाद सभी जिलों में डॉक्टरों की सूची बनाई जा रही है।

आठ हजार से अधिक डॉक्टरों की होगी जरूरत
बिहार में 238 विधानसभा सीट पर चुनाव होने हैं। अकेले मुजफ्फरपुर जिले में 11 विधानसभा सीट हैं। इन 11 विधानसभा क्षेत्र में चुनाव के लिए 352 सेक्टर पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। इस लिहाज से प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में करीब 30 से 35 सेक्टर पदाधिकारियों की औसत तैनाती हो सकती है। इसी हिसाब से डॉक्टरों की भी जरूरत होगी। सेक्टर अधिकारी के साथ तैनात डॉक्टर डिस्ट्रिक्ट नोडल अधिकारी को और  डिस्ट्रिक्ट नोडल अधिकारी स्टेट नोडल अधिकारी को रिपोर्ट करेंगे।