इंदौर में कोरोना के मरीज़ मिलने के बाद कर्फ्यू : दूध-दवा-सब्जी की दुकानें खुली रहेंगी

इंदौर में कोरोना के मरीज़ मिलने के बाद कर्फ्यू : दूध-दवा-सब्जी की दुकानें खुली रहेंगी

इंदौर
इंदौर में कोरोना के पांच पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद कर्फ्यू लगा दिया गया है.कलेक्टर लोकेश कुमार जाटव ने दोपहर दो बजे कर्फ्यू लागू करने की घोषणा की है. कर्फ्यू के कारण अब लोगों के अपने घरों से बाहर नहीं निकलने पर पाबंदी रहेगी. लेकिन इस दौरान रोज सुबह 7 से दोपहर दो बजे तक आवश्यक सेवाओं की दुकानें खुली रहेंगी.इस दौरान लोग दूध,फल,सब्जी और किराने का सामान खरीद सकेंगे.

इंदौर में कोरोना वायरस के एक साथ 5 मरीज़ मिलने के बाद एहतियात के तौर पर कर्फ्यू लगा दिया गया है. ताकि लोग बाहर न निकलें और कोरोना वायरस और ना फैल पाए. प्रशासन ने नए सिरे से प्लानिंग शुरू कर दी है. जिला प्रशासन और नगर निगम ने एक प्लान तैयार किया है जिससे लोगों को उनके घरों के आसपास रोजमर्रा की सभी आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध करा दी जाएं. इसके लिए हर वॉर्ड में 5 जगह तय की जा रही हैं. खाली मैदान और खुली जगहों की तलाश की जा रही है जहा ठेलों या अस्थाई दुकानों के माध्यम से सब्जियां,फल और दूध जैसी आवश्यक वस्तुएं नागरिकों को उपलब्ध कराईं जा सकें.

सब्जी मंडियों में चूने की लाइन डाली जा रही है. उसी में दुकानें लगेंगी और ग्राहक खड़े हो सकेंगे. ताकि प्रॉपर डिस्टेंस बना रहे. साथ ही पीने के पानी और साफ सफाई के लिए भी विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं.इंदौर कलेक्टर लोकेश कुमार जाटव ने बताया कि इंदौर में सुबह 7 बजे से 2 बजे तक सब्ज़ी, किराना, दवाइयों जैसे आवश्यक वस्तुओं की दुकानें खुली रहेंगी. होम डिलेवरी करने वालों की लिस्ट तैयार की जा रही है जिससे लोगों को उनके घरों पर ही सामान पहुंचाया जा सके. कलेक्टर ने कहा नागरिक धैर्य रखें और भयभीत न हों. किसी भी वस्तु की कमी नहीं होने दी जाएगी.

कलेक्टर ने शहर के नागरिकों से अपील की है कि वो 21 दिन के लॉकडाउन को लेकर अनावश्यक रूप से भयभीत न हों और न ही बहुत ज्यादा मात्रा में घरेलू सामान इकट्ठा करके रखें.इंदौर में लॉकडाउन के साथ ही कर्फ्यू भी लगा दिया दिया है. चोईथराम सब्ज़ी मंडी के लिए निर्देश जारी किए गए हैं कि यहां पर व्यक्तिगत रूप से ग्राहक नहीं पहुंचेंगे.लोगों से अपील की जा रही है कि अपने पास पड़ोस और निकट की सब्ज़ी दुकानों से सब्ज़ियां ख़रीदें सब्ज़ी मंडी में केवल छोटे विक्रेता ही थोक विक्रेता से सब्ज़ी लेने जा सकेंगे. इससे भीड़ जमा होने से बचा जा सकेगा.