बालाघाट, बूढ़ी बालाघाट के रहने वाले कन्हैया का सपना अब साकार होने जा रहा है। अब उसका भी अपना पक्का मकान होगा। अब तक कच्चे मकान में रहने वाले कन्हैया के दिन भी अब अच्छे हो जायेंगें। प्रधानमंत्री आवास योजना की प्रथम व द्वितीय किश्त के एक लाख 50 हजार रुपये खाते में आ जाने से वह बहुत खुश है और उसने अपना मकान बनाने का काम प्रारंभ कर दिया है।
35 वर्षीय कन्हैया नगर पालिका बालाघाट में मजदूरी का काम करता है। हर दिन सुबह वह अपने नियत वार्डों में जाकर घर-घर से कचरा उठाने का काम करता है। उसका भी सपना था कि वह पक्के मकान में रहे। लेकिन गरीबी और धन की कमी उसका सपना पूरा नहीं होने दे रही थी। उसने नगर पालिका में प्रधानमंत्री आवास योजना में मकान बनाने के लिए सहायता देने का आवेदन दिया हुआ था। उसे विश्वास नहीं हो रहा था कि उसे शासन से मकान बनाने के लिए ढाई लाख रुपये मिलेंगें। लेकिन एक सप्ताह पहले जब उसके बैंक खाते में एक लाख 50 हजार रुपये जमा हो गये तो उसे यकीन हो गया कि अब उसका पक्का मकान बन कर रहेगा।
प्रधानमंत्री आवास योजना की प्रथम व द्वितीय किश्त की एकमुश्त राशि मिलते ही कन्हैया ने अपना मकान का काम चालू कर दिया है। कन्हैया ने बताया कि वह बहुत गरीब है अपने चार बच्चों के परिवार को पालने में उसे बहुत परेशानी होती है। गरीबी के कारण वह पक्का मकान बनाने की सोच भी नहीं सकता था। लेकिन शासन की योजना ने उसका पक्के मकान का सपना साकार कर दिया है।