भोपाल, देश में घरेलू हिंसा की खबरें आए दिन आती रहती हैं जिसमें पति-पत्नी को प्रताड़ित करते हैं। लेकिन शायद ही इस बारे में कोई सोचता हो कि घरेलू हिंसा केवल पत्नी के साथ ही नहीं बल्कि पति के साथ भी होती है। इन आंकड़ों का पता लगाने के लिए मध्यप्रदेश में डायल 100 की कैटेगरी नवंबर 2015 में शुरू की गई थी। अब तक इसमें शामिल सभी आंकड़े घरेलू हिंसा की श्रेणी में शामिल होते थे। जिससे ये धारणा बनती थी कि घरेलू हिंसा केवल महिलाओं के साथ ही होती है।
इसके बाद दिसंबर माह में डायल 100 की टीम ने 'बीटिंग हसबैंड इवेंट' की नई कैटेगरी तैयार की गई। इसे बीटिंग वाइफ इवेंट से अलग रखा गया था। नतीजा ये निकला कि जनवरी 2018 से अप्रैल 2018 तक डायल 100 के स्टेट लेवल कंट्रोल रूम में 772 पतियों ने अपनी पिटाई की शिकायत दर्ज करवाई। इनमें प्रथम स्थान पर इंदौर है जिसमें शिकायत दर्ज कराने वाले पतियों की संख्या 74 है जबकि दूसरे पायदान पर भोपाल है जिसमें पतियों की संख्या 52 है।
यानि अगर आंकड़ों पर गौर किया जाए तो भोपाल में हर महीने करीब 13 पतियों की घर में पिटाई होती है। वहीं पूरे मध्यप्रदेश में चार महीने के अंतराल में मारपीट की कुल 22 हजार शिकायतें दर्ज की गई थीं। इसमें इंदौर की 2,115 और भोपाल की 1,546 महिलाओं ने शिकायत दर्ज करवाई। इसके बाद जबलपुर, ग्वालियर और छिंदवाड़ा की महिलाओं ने सबसे अधिक शिकायतें दर्ज करवाई थीं।
बता दें कि डायल 100 पर सबसे ज्यादा मारपीट की सूचनाएं दर्ज करवाई जाती हैं। जिसमें चार महीने पहले तक इसमें 230 कैटेगरी थीं जो अब 291 कर दी गईं। इसमें मारपीट के अलावा पारिवारिक विवाद, दहेज प्रताड़ना, छेड़छाड़, शराब पीकर परेशान करना, सड़क हादसे, गुंडागर्दी , झगड़ा आदि की सूचनाएं भी दर्ज करवाई जाती हैं। वहीं पुलिस का कहना है कि प्रति महीने पुलिस को बुलाकर मदद मांगने वाली महिलाओं की संख्या पहले 3 हजार थी जो अब बढ़कर 28 हजार हो गई है। जिसमें 6 हजार ही ठीक होती हैं बाकी फेक कॉल होती हैं।