पावर मिलते ही चुनौतियों से निपटने में जुटी दिल्ली सरकार
नई दिल्ली
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली सरकार पूरी तरह से ऐक्शन मोड में नजर आ रही है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को एक ही दिन में रुके हुए अहम प्रॉजेक्ट्स को लेकर नए आदेश जारी किए और तय समय सीमा के भीतर प्रॉजेक्ट्स पूरा करने और डेली बेसिस पर प्रोग्रेस रिपोर्ट सौंपने को कहा। शुक्रवार को ही घर-घर राशन पहुंचाने की योजना, सीसीटीवी प्रॉजेक्ट, सिग्नेचर ब्रिज, डीटीयू कैंपस के एक्सपेंशन के साथ बुराड़ी में नए हॉस्पिटल के लिए अप्रूवल दे दी गई। सीएम ने कहा कि चूंकि अब फाइलें एलजी के पास मंजूरी के लिए नहीं भेजनी होगी, ऐसे में बहुत सारे रूके हुए प्रॉजेक्ट्स तेजी से पूरे होंगे।
सीएम ने शुक्रवार सुबह 10.56 पर ट्वीट करके बताया कि घर-घर राशन पहुंचाने की डोर स्टेप डिलीवरी योजना को मंजूरी दे दी है। घर तक राशन पहुंचाने के प्रस्ताव पर 'सभी आपत्तियों' को खारिज करते हुए इसे मंजूरी दे दी है। सीएम ने खाद्य विभाग को इस योजना को जल्द-से-जल्द लागू करने के भी निर्देश दिए। उसके बाद सीएम ने 9 मिनट के बाद आदेश जारी कर कहा कि राशन की इस योजना पर खाद्य विभाग को हर दिन प्रगति रिपोर्ट देनी होगी।
दरअसल, एलजी ने घर तक राशन पहुंचाने के दिल्ली सरकार के प्रस्ताव पर आपत्ति जताई थी और इसे लागू करने से पहले केंद्र के साथ विचार करने को कहा था। सीएम ने घर-घर राशन पहुंचाने की योजना को जल्द लागू करने के निर्देश देते हुए बताया कि उन्होंने फाइल पर लिख दिया है कि इस योजना के लिए केंद्र से मंजूरी की जरूरत नहीं है। सीएम ने कहा कि जब वे एनजीओ में काम करते थे तो राशन माफिया से लड़ाई लड़ी थी और उन पर 7 बार हमले भी हुए थे। राशन सिस्टम में सुधार करना बहुत जरूरी है और अब एलजी की ओर से अड़चनें नहीं लगाई जाएंगी। राशन की फाइल को एलजी के पास भेजने की जरूरत नहीं है।
सीएम ने 12.14 पर ट्वीट कर बताया कि सिग्नेचर ब्रिज को पूरा करने में आने वाली तमाम अड़चनों को दूर कर लिया गया है और अक्टूबर तक ब्रिज बनकर तैयार हो जाएगा। डेप्युटी सीएम मनीष सिसोदिया की अध्यक्षता वाली व्यय वित्त समिति की बैठक में दिल्ली सरकार ने सिग्नेचर ब्रिज को अंतिम रूप देने के लिए अंतिम किश्त जारी करने को मंजूरी दे दी गई। इस पूरे प्रॉजेक्ट पर 1,518 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। डेप्युटी सीएम ने बताया कि ब्रिज बनाने वाली कंपनी को जुलाई तक की पेमेंट की जा चुकी है और अब अंतिम किश्त भी जारी हो जाएगी। इस प्रॉजेक्ट के लिए पहले ही 1,380 करोड़ रुपये जारी किए जा चुके हैं।
यमुना नदी पर बन रहे सिग्नेचर ब्रिज का ज्यादातर काम काम पूरा हो गया है और अक्टूबर में यह ब्रिज शुरू हो जाएगा। अभी तक इस ब्रिज पर 1,380 करोड़ रुपये का खर्च हो चुका है। माना जा रहा है कि इसके बनने के बाद पर्यटक इसे खास फ्लाइओवर के रूप में देखने आएंगे। शीला सरकार के वक़्त से चले आ रहा सिग्नेचर ब्रिज का प्रॉजेक्ट का काम साल दर साल कई वजहों से अटकता रहा है। करीब 13 साल पहले सिग्नेचर ब्रिज का प्लान किया गया था।