अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस: जानिए क्यों मनाया जाता है वूमेंस डे
नई दिल्ली
यह दिन देश, समूह या संगठन के लिए महत्वपूर्ण होता है। यह एक ऐसा दिन है जब हम महिलाओं की अद्भुत सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक और राजनीतिक उपलब्धियों का जश्न मनाते हैं और जेंडर इक्वालिटी की दिशा में अधिक प्रगति के लिए अभियान भी चलाते हैं।
पहला अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस कब था? 1975 में, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाना शुरू किया।। 2014 तक, यह 100 से अधिक देशों में मनाया गया, और 25 से अधिक दिनों में ऑफिशियल हॉलीडे बना दिया गया था।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के लिए क्या रंग है? अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, बैंगनी महिलाओं के प्रतीक के लिए एक रंग है। ऐतिहासिक रूप से महिलाओं की समानता का प्रतीक है बैंगनी, हरा और सफेद। बैंगनी रंग न्याय और गरिमा का प्रतीक है। हरा रंग आशा का प्रतीक है। व्हाइट शुद्धता का प्रतीक है।
महिला दिवस की शुरुआत किसने की? संयुक्त राष्ट्र ने अंतर्राष्ट्रीय महिला साल 1975 में मनाना शुरू किया। 1977 में, संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूनाइटेड नेशन जेनरल असेंबली) ने सदस्य देशों को महिलाओं के अधिकारों और विश्व शांति के लिए 8 मार्च को इंटरनेशनल विमेंस डे के रूप में घोषित करने के लिए आमंत्रित किया।
महिला दिवस मनाने का क्या कारण है? महिलाओं के खिलाफ भेदभाव को खत्म करने के लिए दुनिया भर में इस दिन को मनाया जाता है। इस दिन को इसलिए भी सेलिब्रेट किया जाता है ताकि महिलाओं के विकास पर ध्यान केंद्रित किया जा सके।
किस वर्ष को महिला सशक्तिकरण वर्ष घोषित किया गया था? 2001: भारत सरकार ने 2001 को महिला सशक्तिकरण का वर्ष घोषित किया। महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए राष्ट्रीय नीति 2001 में पारित की गई थी।